पुरुषोत्तम चौधरी, बहादुरपुर. चालू माह में मौसम मेहरबान हुआ. उम्मीद के अनुरूप बारिश शुरू हुई. पिछले एक सप्ताह में रुक-रुक कर अच्छी वारिस हुई है. इससे आमजन को जहां भीषण गर्मी से निजात मिली है, वहीं किसानों की व्यस्तता बढ़ गई है. वे खरीफ फसल की खेती में जुट गए हैं. इसमें सबसे अधिक वर्षा एक एवं पांच जुलाई को हुयी है. वहीं सबसे कम चार जुलाई को वर्षापात रिकार्ड किया गया है. बता दें कि यह इलाका कृषि प्रधान क्षेत्र होने के साथ प्रकृति पर निर्भर है. यहां खेती के लिए अधिकांश किसानों की प्रकृति पर ही निर्भरता है. ऐसे में देर से ही सही शुरू हुई बारिश किसानों के लिए यह काफी लाभकारी सिद्ध हो रही है. हालांकि जिले के अधिकांश प्रखंडों में कहीं कम तो कहीं अधिक बारिश हुई है. कृषि विभाग के अनुसार, जिले के विभिन्न प्रखंडों में एक से छह जुलाई तक 1386.2 मिली मीटर वर्षापात रिकार्ड की गयी है. इसमें एक जुलाई को 246.20 एमएम वर्षापात रिकार्ड की गयी है. इसी प्रकार दो जुलाई को 182.8 एमएम, तीन को 224.3 एमएम., चार को 88.9, पांच को 454 एवं छह जुलाई को 190 मिली मीटर वर्षापात रिकार्ड किया गया है. इसमें जिले के बहेड़ी, हायाघाट, किरतपुर एवं कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंडों में सबसे अधिक बारिश हुई है. वहीं मनीगाछी, सदर, केवटी, बहादुरपुर, बेनीपुर एवं बिरौल प्रखंडों में सबसे कम वर्षापात रिकार्ड किया गया है. डीएओ सह परियोजना निदेशक आत्मा विपिन बिहारी सिन्हा ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में छिटपुट बारिश हुई है. किसी प्रखंड में अधिक तो किसी प्रखंड में कम वर्षापात रिकार्ड किया गया है. लक्ष्य के अनुरूप 88 प्रतिशत बिचड़ा लगाया जा चुका है. छिटफुट धान की रोपनी शुरू हो गयी है.
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