संवाददाता, पटना पुस्तक हमारे मित्र एवं मार्गदर्शक हैं. हमें पुस्तक पढ़ने की आदत डालनी चाहिए. बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए. इससे युवा पीढ़ी का चरित्र निर्माण होगा.वह भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनेगी. यह बातें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बिहार विधान परिषद के सभागार में आयोजित ‘स्व प्रो शत्रुघ्न प्रसाद स्मृति व्याख्यानमाला’ कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहीं. मौके पर राज्यपाल ने आचार्य अभिनव गुप्त का सौंदर्य सिद्धांत एवं स्वर्गीय शत्रुघ्न प्रसाद से संबद्ध पुस्तकों का विमोचन किया. कार्यक्रम को विप के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, बीपीएससी के सदस्य अरूण कुमार भगत एवं रामाशीष सिंह ने भी संबोधित किया. मौके पर दिवंगत शत्रुघ्न प्रसाद की धर्मपत्नी उर्मिला प्रसाद, रणेंद्र कुमार, डॉ विजयेंद्र कुमार भी मौजूद थे.
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