जमुई.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में प्रतिनियुक्त सभी एनएचएम कर्मियों की हाजिरी एफआरएएस सिस्टम से बनाने का निर्देश जारी किया गया है. एफआरएएस सिस्टम से हाजिरी बनाने का सोमवार को सभी एनएचएम कर्मियों ने सदर अस्पताल परिसर में विरोध जताया. इसके उपरांत सभी कर्मियों ने सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप को आवेदन दिया है. आवेदन में बताया गया कि संविदा पर बहाल सभी एनएचएम कर्मियों को एफआरएएस सिस्टम से हाजिरी बनाने का निर्देश दिया गया है. जबकि इसी पद पर पदस्थापित नियमित कर्मियों को इस सिस्टम से अलग रख हमलोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. सभी कर्मियों ने कहा कि हमलोगों से सभी कार्य करवाये जाते हैं और हमलोगों को समान काम के बदले समान वेतन भी नहीं दिया जाता है. अब ये सिस्टम लाकर हमलोगों को परेशान किया जा रहा है. एनएचएम कर्मियों द्वारा बताया गया कि हम लोग फील्ड में काम करते हैं और कई जगह पर नेटवर्क की समस्या होती है. नेटवर्क नहीं रहने के कारण हाजिरी नहीं बनी, तो उसे दिन हम लोगों को अनुपस्थित कर दिया जायेगा. एनएचएम कर्मियों ने बताया है कि इस सिस्टम से दिन में तीन बार अपने चेहरे से हाजिरी बनानी है. यदि एक टाइम भी हाजिरी नहीं बनी, तो उस दिन हमें अनुपस्थित घोषित कर दिया जायेगा. एनएचएम कर्मियों ने सिविल सर्जन डॉ कुमार महेंद्र प्रताप से सभी एनएचएम कर्मियों को समान काम के लिए समान वेतन, समय पर मासिक वेतन का भुगतान करने, एफआरएएस सिस्टम सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए लागू करने, ग्रामीण क्षेत्रों में कर्मियों के लिए मूलभूत सुविधाएं जैसे शौचालय, पीने का पानी, बिजली, मोबाइल नेटवर्क आदि मुहैया कराने की मांग की. साथ ही कहा कि कई जगहों पर सरकारी भवन न होने की वजह से कर्मियों को बैठने की सुविधा नहीं है. इस कारण बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन सभी समस्याओं का अविलंब निदान करने की मांग की है. मौके पर जिले के सभी एनएचएम कर्मी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है