दाउदनगर. रविवार को एक महिला की मौत होने के बाद दाउदनगर शहर के नहर रोड स्थित एक निजी क्लिनिक में मृतका के परिजनों द्वारा जमकर हंगामा किया गया. हालांकि, समझाने-बुझाने के बाद हंगामा समाप्त हो गया. परिजनों का आरोप था कि महिला के पेट में तकलीफ होने पर निजी क्लिनिक संचालक ने कहा कि आंत फंस गया है. ऑपरेशन करना पड़ेगा. परिजनों ने बाहर ले जाने की बात कही तो संचालक द्वारा कहा गया कि पटना से सर्जन बुलाकर यहीं ऑपरेशन कर दिया जायेगा. ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो जाने के बाद परिजनों द्वारा क्लिनिक में हंगामा किया गया. वहीं, दूसरी ओर क्लिनिक संचालक का कहना है कि आरोप झूठा है. ऑपरेशन उनके क्लिनिक में नहीं किया है. हम पटना रेफर कर दिये थे. वैसे, ऐसी चर्चा है कि “कुछ डील ” होने के बाद मामला शांत हुआ. वैसे दाउदनगर अनुमंडल में प्राय: आये दिन निजी क्लिनिकों में इस तरह की घटनाएं होती रहती है. सूत्रों से पता चला कि जब भी कोई गरीब सरकारी अस्पतालों में जाता है तो कर्मियों के उदासीन रवैया से परेशान हो जाता है. जिसका फायदा निजी क्लिनिक के दलाल उठा रहे हैं. दलालों द्वारा मरीजों को बहला-फुसलाकर मोटे कमीशन के चक्कर में निजी क्लिनिकों में भेज दिया जाता है, जहां मरीजों का जमकर आर्थिक शोषण होता है. मरीज के परिजनों को बहला-फुसला कर ऑपरेशन के नाम पर मोटी रकम की उगाही की जाती है. जब किसी मरीज की मौत हो जाती है और हंगामा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है तो निजी क्लिनिक संचालक किसी तरह मृतक के शव को अंतिम संस्कार करवा देना चाहते हैं और इसके लिए मुआवजे के रूप में कथित तौर पर मोटी रकम भी दे देते हैं. जिससे मामला दब जाता है और थाना तक भी मामला नहीं पहुंच पाता है. लेकिन, चर्चाओं का दौर जरूर शुरु हो जाता है, जैसा कि इस मामले में भी हुआ है.
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