60 साल के पांच मैनडेज कर्मियों से बिजली विभाग की एजेंसी काम लेती रही और अब मानदेय देने में आनाकानी कर रही है. इससे इन मैनडेज कर्मियों में रोष है. उनका कहना है कि अचानक से मानदेय देना बंद कर देना सही नहीं है. अगर उन्हें हटाना है, तो पहले जानकारी देनी चाहिए थी. काम करा कर मानदेय रोक देना सही नहीं है.
इन्हें नहीं दिया गया दो माह का मानदेय :
धनबाद सर्किल में पांच कर्मी अशोक प्रसाद, रमेश राम, अशोक पाठक, रमा रमन और मो आलम का दो माह का वेतन नहीं दिया गया है. इनकी आयु 60 साल हो चुकी है. कर्मियों ने कहा कि मानदेय के रूप में इन्हें करीब 9500 रुपये ही मिलते है. वह भी रोक दिया गया है.एजेंसी का है कहना :
मामले में रॉयल एजेंसी के इंचार्ज शेख मो मेराज ने कहा कि 60 साल उम्र के मैनडेज कर्मियों का मानदेय नहीं बनाने का निर्देश एजेंसी से मिला था. इसलिए वेतन नहीं बना है. 60 साल के बाद काम नहीं लेना है.आजसू ने आंदोलन की चेतावनी दी :
आजसू पार्टी के मीडिया प्रभारी संतोष कुमार कुशवाहा ने कहा कि मैनडेज कर्मियों की सेवा 60 साल तक ही लेनी है, तो इसकी जानकारी पहले कर्मियों को देना चाहिए था. अचानक से मानदेय रोक देना कहीं से सही नहीं है. विभाग को चाहिए कि इसपर ध्यान दे, नहीं तो पार्टी आंदोलन करेगी.यह भी पढ़ें
चार बिजली कर्मियों का स्थानांतरण
धनबाद.
बिजली विभाग के चार कर्मियों का स्थानांतरण किया गया है. संतोष कुमार को भौंरा से एमआरटी प्रमंडल, रामकृष्ण शर्मा कांड्रा वन से सिंदरी, चुंकु मुर्मू को पुटकी से चिरकुंडा और सूर्य प्रकाश कुमार को बरवा से गोविंदपुर भेजा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है