वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
जिले में करीब 70 एचआइवी व एड्स मरीजों पेंशन राशि नहीं मिल रही है. ऐसे लोग पेंशन ऑफिस का चक्कर लगा कर थक गये हैं. वहीं अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई.एड्स के एक मरीज ने बताया कि वह आठ माह पहले पेंशन के लिए एमजीएम अस्पताल के एआरटी सेंटर में आवेदन दिया था. कर्मचारियों ने बताया कि उसका फॉर्म सामाजिक सुरक्षा विभाग भेज दिया जायेगा. एक माह के बाद जब एकाउंट में पेंशन नहीं आया, तो फिर वे एआरटी सेंटर पहुंचे. इस दौरान उनसे कहा गया कि उनका आवेदन भेज दिया गया है. उम्मीद है कि अगले माह से आपका पेंशन आ जायेगा, लेकिन अभी तक नहीं मिलने पर वे इसकी शिकायत जमशेदपुर जिला लेवल नेटवर्क फॉर पीपुल्स लिविंग विथ एचआइवी-एड्स सोसाइटी के सचिव बीके शुक्ला से की है.
एमजीएम एआरटी सेंटर ने भेजा आवेदन, पर सामाजिक सुरक्षा विभाग को मिला ही नहीं
वहीं बीके शुक्ला के नेतृत्व में एक टीम एआरटी सेंटर के पदाधिकारियों से मिला, तो उन्हें भी बताया गया कि सभी का आवेदन सामाजिक सुरक्षा विभाग भेज दिया गया है. इसके बाद पदाधिकारी सामाजिक सुरक्षा विभाग पहुंचे, तो उन्हें कहा गया कि आठ मई 2023 के बाद से एक भी आवेदन एमजीएम एआरटी सेंटर से नहीं आये हैं. यह बात सुनकर मरीजों का आक्रोश बढ़ गया. मरीजों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनका आवेदन जल्द ही जमा नहीं किया गया, तो 17 जुलाई को सभी मरीज एकजुट होकर धरना-प्रदर्शन करेंगे. इसमें पूरे कोल्हान के मरीज शामिल होंगे.एचआइवी-एड्स मरीजों को प्रति माह एक हजार रुपये मिलता है : शुक्ला
जमशेदपुर जिला लेवल नेटवर्क फॉर पीपुल्स लिविंग विथ एचआइवी-एड्स सोसाइटी के सचिव बीके शुक्ला ने कहा कि एचआइवी-एड्स मरीजों को प्रति माह एक हजार रुपये मिलता है, लेकिन इन्हें नहीं मिलना दु:खद है. कई मरीज इसी पैसा से दवा खरीद कर अपना इलाज करा रहे हैं. चूंकि सेंटर में कई बार दवा खत्म होने की वजह से नहीं मिलती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है