सूर्यगढ़ा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत मंगलवार को एएनसी जांच शिविर का आयोजन किया गया. सूर्यगढ़ा सीएचसी में आयोजित शिविर में महिला चिकित्सक डॉक्टर पूजा श्री व डॉक्टर नेहा यादव के द्वारा कुल 187 गर्भवती महिलाओं का हीमोग्लोबिन, हेपेटाइटिस बी, एचआइवी, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, वजन आदि की जांच की गयी. शिविर में चिकित्सक के द्वारा प्रसूता की प्रसव पूर्व जांच का कार्य किया गया. गर्भस्थ शिशु की धड़कन जांचने के लिये डॉपलर टेस्ट किया गया. शिविर में परिवार नियोजन एवं प्रसव पूर्व तैयारी की जानकारी दी तथा गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच की गयी. शिविर में एएनएम के द्वारा पंजीकरण व वजन, ब्लड प्रेशर जांच एवं दवा का वितरण किया गया. शिविर में टीकाकरण तथा ट्रायज कक्ष में गर्भस्थ शिशु का हृदय की धड़कन की जांच की गयी. जांच के दौरान हाई रिस्क वाली एक गर्भवती की पहचान की गयी. बीएचएम प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि लैब जांच के बाद रिपोर्ट आने के बाद अन्य हाई रिस्क गर्भवती की पहचान हो पायेगी. शिविर में एएनएम साक्षी कुमारी, रुबी कुमारी एवं चंदा कुमारी ने जांच में सहयोग किया. शिविर में परिवार नियोजन काउंसलर अखिलेश कुमार द्वारा महिलाओं को परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी उपायों की जानकारी दी गयी. बीएचएम बताया कि मातृ-शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लाने को लेकर गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य प्रत्येक माह की नौ एवं 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत यह शिविर का आयोजन होता है. शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जाती है तथा जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के देखभाल की जानकारी दी जाती है. शिविर में गर्भवतियों की जांच कर उसका उचित इलाज होता है. प्रसव में जोखिम वाली एक गर्भवती महिला की पहचान की जाती है ताकि हाई रिस्क वाली गर्भवती महिला की पहचान करके बहुत सी जटिलताओं को कम कर उन्हें सुरक्षित प्रसव कराया जाता है.
भीड़ व ऊमस भरी गर्मी के कारण जांच के लिए आयी प्रसूता हुई बेहोश
इधर एएनसी जांच शिविर में आई आशा कार्यकर्ताओं की शिकायत थी कि सीएचसी में मरीजों की सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. ऊमस भरी गर्मी में मुकम्मल व्यवस्था नहीं रहने की वजह से प्रसूता परेशान रहीं. गर्मी के कारण एक प्रसूता बेहोश हो गयी. आशा कार्यकर्ताओं की शिकायत थी कि एक ही रजिस्ट्रेशन काउंटर होने की वजह से जांच के लिए आई प्रसूता को परेशानी हो रही है. मामले को लेकर प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि जिन केंद्रों पर डेढ़ सौ तक मरीजों की जांच होती है, वहां एक ही रजिस्ट्रेशन काउंटर की व्यवस्था होती है. जिन स्वास्थ्य केंद्रों पर दो सौ से अधिक मरीजों की जांच होती है वहां दो रजिस्ट्रेशन काउंटर होता है. मंगलवार नौ जुलाई को मरीजों की संख्या 187 थी. इसलिए कार्य में थोड़ी परेशानी हुई.
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