स्वास्थ्य विभाग की ओर से फेस रिकग्निशन अटेंडेंस सिस्टम से हाजिरी बनाने की प्रक्रिया लागू करते ही एएनएम ने दूसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रखा. एएनएम जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय के गेट पर विरोध जताते रही. एएनएम का कार्यालय के गेट पर धरना प्रदर्शन देर शाम तक जारी रहा. इस बीच कुछ एएनएम सिविल सर्जन कार्यालय में सीएस से मिलने पहुंची लेकिन घंटों बैठने के बाद भी एएनएम से सिविल सर्जन नहीं मिले. मीटिंग का हवाले देते हुए निकल कर चले गये. इसके बाद एएनएम ने अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया. उन्होंने नारेबाजी कर स्वास्थ्य विभाग की एक तरफा नीति का विरोध करती रही.
एएनएम ने कहा कि यह नियम महज उनके लिये ही क्यों है. चिकित्सक के लिये क्यों नहीं लागू किया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने कहा कि विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले चिकित्सक समेत सभी कर्मियों की उपस्थिति की सख्ती से मॉनिटरिंग की तैयारी हो गई है. सदर से लेकर रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक के सभी कर्मियों की हाजिरी बायोमेट्रिक के अलावा अब फेस के माध्यम से दर्ज की जाएगी. कर्मचारी जैसे ही अस्पताल में आएंगे, वह फेस रिकग्निशन अटेंडेंस सिस्टम (एफआरएएस) के सामने खड़े होंगे. उनके चेहरे का स्कैन समय के साथ रिकॉर्ड हो जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है