आसनसोल.
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक उत्कर्ष बांग्ला स्कीम के तहत अधिक से अधिक बेकार या बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के तहत जिला प्रशासन ने अपनी पहल तेज कर दी है. मंगलवार को जिलाधिकारी (डीएम) एस पोन्नमबलम ने उद्योगपतियों के साथ जिला स्किल डेवलमेंट कमेटी की बैठक की. इसमें उत्कर्ष बांग्ला कार्यक्रम से अधिकाधिक उद्योगों को जोड़ने की अपील की गयी. उद्योगपतियों ने जिलाधिकारी की अपील पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया. जिलाधिकारी श्री पोन्नमबलम ने कहा कि उत्कर्ष बांग्ला कार्यक्रम के तहत दो प्रकार से युवकों को प्रशिक्षण देकर रोजगार मुहैया कराने का कार्य चल रहा है. किसी भी उद्योग में किस कैटगरी के स्किल कारीगर की जरूरत है, पहले यह देखा जाता है. फिर युवकों को उस स्किल का प्रशिक्षण देकर उद्योगों में श्रमिक या कारीगरों की मांग पूरी की जा रही है. प्रशिक्षण देने का कार्य उद्योगों में भी हो सकता है. जिस उद्योग में जितने युवकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा, उसमें से 70 फीसदी को काम देना होगा. प्रशिक्षण का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी और सर्टिफिकेट भी देगी. जिन उद्योगों में प्रशिक्षण देने की सुविधा नहीं है, वहां के लिए कौशल प्रशिक्षण देने के लिए जिला में उत्कर्ष बांग्ला के तहत पंजीकृत संस्थाएं हैं, जो युवकों को उद्योगों में मांग के आधार पर कौशल का प्रशिक्षण देती हैं.इसके साथ ही उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों को अत्याधुनिक तकनीक का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस कार्य में फिलहाल 10 उद्योग शामिल हुए हैं, जो सरकारी योजना के तहत अपने यहां प्रशिक्षण देकर बेरोजगार युवकों को रोजगार दे रहे हैं. इन उद्योगों की संख्या बढ़ाने को लेकर जिला स्किल कमेटी की बैठक में उद्योगपतियों से अपील की गयी. सभी ने सकारात्मक आश्वासन दिया है. आनेवाले दिनों में इस कार्य मे तेजी आयेगी. पश्चिम बर्दवान में उत्कर्ष बांग्ला का परिणाम संतोषजनक है.
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