डकरा/खलारी. केडीएच परियोजना के बाद अब रोहिणी परियोजना से भी एक बड़ी खुशखबरी क्षेत्र को मिली है. एक दिसंबर 2023 से बंद रोहिणी परियोजना के विस्तारीकरण का काम बहुत जल्द शुरू कर दिया जायेगा. इसके लिए मंगलवार को भूमि पूजन किया गया. इस संबंध में बताया गया कि अगले 15 दिनों के बाद परियोजना को राज्य सरकार से कंसर्न टू ऑपरेट (सीटीओ) मिल जायेगा. फिलहाल सीटीई प्राप्त हो गया है. 15 हेक्टेयर जमीन पर फिलहाल काम होना है. एनके एरिया की सबसे बड़ी कोयला परियोजना रोहिणी-करकट्टा ओसीपी जो प्रतिवर्ष 10 मिलियन टन कोयला उत्पादन की क्षमतावाली परियोजना होगी, उसके धरातल पर उतरने तक उक्त जमीन से कोयला निकाला जा सकेगा. परियोजना बंद हो जाने के कारण यहां के कामगारों को भी दूसरे परियोजनाओं में शिफ्ट कर दिया गया था. चालू वित्तीय वर्ष में रोहिणी को छह लाख टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया है. अधिकृत तौर पर सीटीओ मिलते ही यहां कोयला उत्पादन शुरू कर दिया जायेगा. परियोजना पदाधिकारी जीके सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों का हर तरह से सहयोग मिल रहा है. रैयत विस्थापित परिवार और श्रमिक संगठन का सहयोग से बहुत जल्द हमलोग कोयला उत्पादन शुरू कर देंगे. भूमि पूजन के अवसर पर खान प्रबंधक दीपक कुमार सहित परियोजना के सभी अधिकारी और श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है