बाराचट्टी/खिजरसराय. नीट में गड़बड़ी के मामले में मंगलवार को सीबीआइ की एक टीम ने गया जिले के बाराचट्टी प्रखंड के हरैया व खिजरसराय प्रखंड के सरबहदा गांव के केसरी बिगहा में छानबीन की. बाराचट्टी प्रखंड के हरैया में टीम गांव के रामस्वरूप यादव उर्फ साधु यादव के घर पहुंची और उनकी खोजबीन की. रामस्वरूप के बेटे शिवनंदन यादव को गिरफ्तार किया गया है. उसका एडमिट कार्ड नीट परीक्षा में गड़बड़ी करने के मामले के एक मास्टरमाइंड अभियंता सिकंदर यादव की गाड़ी से बरामद हुआ था, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई है. इस संबंध में सीबीआइ को जानकारी मिली थी कि शिवनंदन के परिजनों द्वारा नीट परीक्षा में पास करने के नाम पर रैकेट के सदस्यों से एक अच्छी डील की गयी थी. सीबीआइ की टीम हरैया गांव जब पहुंची, तो उस समय शिवनंदन के पिता घर में नहीं थे. इस दौरान उनके बड़े भाई निरंजन से पूछताछ की. जांच टीम ने शिवनंदन के आधार कार्ड और कुछ कागजात जब्त किये हैं. वहीं इस मौके पर वार्ड सदस्य फुलवा देवी को भी बुलाया गया था. बाराचट्टी जैसे इलाके में नीट परीक्षा का तार जुड़े होने की बात सामने आने के बाद तरह-तरह की चर्चाओं का दौर जारी हो गया है. इधर खिजरसराय में आरोपित सरबहदा गांव के केसरी बिगहा गांव में नीतीश कुमार के घर भी सीबीआइ की टीम ने छापेमारी की. नीट प्रकरण में मुख्य आरोपित संजीव मुखिया के करीबी नीतीश से उसके करीबियों की पहचान और सुराग की टोह में सीबीआइ की टीम सबसे पहले नीतीश कुमार के भाई सुमंत के सरबहदा बाजार स्थित कपड़ा दुकान पर पहुंची. उसके बाद नीतीश कुमार के पिता शिवनंदन महतो के घर पहुंची, जहां एक कमरे में बंद ताले को तोड़ कर उसकी तलाशी ली. हालांकि, कुछ नहीं मिला, जिसके बाद टीम वापस लौट गयी. सीबीआइ टीम सरबहदा थाने की पुलिस के साथ छापेमारी के लिए पहुंची थी. नीट पेपर लीक की जांच सीबीआइ के हाथो में सौंप गयी है और सुप्रीम कोर्ट में चल रही अहम सुनवाई के बाद सीबीआइ माफियाओं के जड़ों तक पहुंचने के लिए बिहार पहुंची है. जानकारी के मुताबिक नीतीश पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है.
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