रांची. संत अलबर्ट्स कॉलेज रांची में मंगलवार से शैक्षणिक सत्र 2024 -25 की शुरुआत हुई. मौके पर मुख्य अतिथि रांची महाधर्मप्रांत के आर्चबिशप और कॉलेज के चांसलर विसेंट आईद उपस्थित थे. इस अवसर पर मिस्सा के दौरान आर्चबिशप ने कहा कि संत अलबर्ट्स कॉलेज अन्य कॉलेज या यूनिवर्सिटी से हटकर है. यहां बौद्धिक विकास के साथ आध्यात्मिक उन्नति पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है. मौके पर कॉलेज के प्रेसिडेंट फादर सुमन कुमार एक्का ने कॉलेज की गतिविधिओं की जानकारी दी. कॉलेज के वीसी बिशप विनय कंडुलना ने कहा कि दर्शनशास्त्र सोचने के तौर तरीकों और तार्किक विलक्षणता को बढ़ाता है. इससे ज्ञान अर्जन में सहायता मिलती है.
दीक्षांत समारोह में दी गयी डिग्री
वहीं फादर जोन बी बारला ने शैक्षणिक सत्र के विषय ””आशा के तीर्थयात्री”” पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम के अंतिम चरण में दीक्षांत समारोह हुआ और डॉ आरपी राज को पीएचडी की डिग्री दी गयी. साथ ही 16 को बैचलर इन थियोलॉजी तथा 24 विद्यार्थिओं को बैचलर इन फिलॉसफी की डिग्री दी गयी. कार्यक्रम में खूंटी के बिशप व कॉलेज के वीसी विनय कंडुलना, सेवानिवृत्त आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो, हज़ारीबाग के बिशप आनंद जोजो, कॉलेज के अध्यक्ष फादर सुमन कुमार एक्का, रेक्टर फादर अजय कुमार खलखो, रजिस्ट्रार फादर रैमन टोबियास टोप्पो, फादर राजू क्रास्टा और फादर प्रफुल्ल बाड़ा सहित अन्य उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है