संवाददाता, पटना दीघा एसटीपी का 95 फीसदी और इनलेट नेटवर्क का लगभग 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है. बाकी कार्य माॅनसून के बाद पूरा होगा. परियोजना के एक दर्जन स्थलों पर इनलेट नेटवर्क बिछाने का काम चल रहा था, जिनमें से केवल सात स्थलों पर काम पूरा हुआ है और बाकी पांच स्थलों पर काम को अधूरा ही रोकना पड़ा. पटेल नगर, एजी कॉलेानी, लालबाबू मार्केट, बोर्ड कॉलोनी आदि जगहों पर काम पूरा हो गया है, जबकि राजीव नगर और आसपास की जगहों पर अधूरा ही काम बंद करना पड़ा है. इसे बरसात बाद अक्तूबर के अंत तक फिर से शुरू किया जायेगा और दिसंबर अंत तक परियोजना के पूरे होने की संभावना है. . दीघा एसटीपी का 95 फीसदी सिविल वर्क पूरा हो चुका है और इसका रंगरोगन भी अंतिम दौर में है. लेकिन इसके निर्माण स्थल को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा उठाये गये सवाल के बाद परियोजना से जुड़े अधिकारी यह कह कर इसे सही साबित करने का प्रयास कर रहे हैं कि बाढ़ के दौरान इस क्षेत्र के अधिकतम जल स्तर (हाइएस्ट फ्लड लेवल) ध्यान में रखकर निर्माण स्थल का चयन किया गया है. जल स्तर में अप्रत्याशित वृद्धि की स्थिति में इसे पानी से बचाने के लिए सुरक्षा दीवार और अन्य प्रबंध भी किये गये हैं. एनजीटी ने यह कह कर गंगा नदी के प्रवाह मार्ग (बेड) के किनारे इसको बनाने का विरोध किया है कि बाढ़ के समय में बढ़े जल स्तर की चपेट में आकर यह जलमग्न हो जायेगा.
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