सुरक्षित एवं संरक्षित रेल परिचालन को रेलवे लगातार काम कर रहा है. इसके तहत पूर्व मध्य रेलवे बरसात के मौसम में महत्वपूर्ण पुलों पर नदियों के जलस्तर की निरंतर निगरानी कर रहा है. पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडल क्षेत्र में पड़ने वाली नदियों के जलस्तर की मॉनिटरिंग वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम से की जा रही है. धनबाद मंडल के दामोदर, कोयल, रिहंद नदियों एवं तिलैया डैम पर बने रेल पुल पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं. इस सिस्टम से जलस्तर की जानकारी ऑटोमेटेड एसएमएस के माध्यम से संबंधित अधिकारी को प्राप्त होती है.
पुलों को मिलेगी सुरक्षा :
आधुनिक वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम के लग जाने से नदियों पर बने रेल पुलों पर वाटर लेवल की सूचना मिलनी आसान हो गयी है. इस सिस्टम में सोलर पैनल से जुड़ा एक सेंसर होता है, जिसमें एक चिप भी लगी होती है. यह सेंसर ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा होता है. रोज नियमित अंतराल पर नदियों के जलस्तर की जानकारी संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से मिल जाती है. ऐसे में समय पर नदी के जल स्तर की सूचना मिलने से त्वरित कार्यवाही कर रेलपथ को संरक्षित करना आसान हो जाता है.धनबाद रेल मंडल में हैं ये पुल :
धनबाद मंडल में चंद्रपुरा-बोकारो स्टील सिटी के मध्य दामोदर नदी पर पुल संख्या 08, गुरपा-पहाड़पुर के मध्य ढाढर नदी पर पुल संख्या 345, बरकाकाना-गढ़वा रोड के मध्य अमानत नदी पर पुल संख्या 253डीएन, गढ़वा रोड-चोपन के मध्य कोयल नदी पर पुल संख्या 02 तथा कन्हार नदी पर बने पुल संख्या 173 एवं चोपन-सिंगरौली के मध्य रिहंद नदी पर पुल संख्या 07 पर एवं कोडरमा-हजारीबाग टाउन रेलखंड के मध्य तिलैया डैम पर बने पुल सं.-31 समेत कुल 07 रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है