Bajaj Freedom 125: भारत में सीएनजी वाहनों की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही बजाज ने कई साल पहले भारत में सीएनजी से चलने वाले तीन पहिया वाहन पेश किए थे, जो अब मानक बन गए है. बजाज अब दुनिया की पहली सीएनजी से चलने वाली मोटरसाइकिल फ्रीडम 125 को पेश करके दोपहिया वाहनों के क्षेत्र में भी बड़ी छलांग लगाने की योजना है.
कई लोगों के मन में ये भी सवाल आ रहा होगा कि आखिर Bajaj Freedom 125 में CNG तकनीक कैसे काम करती है, और फ्रीडम 125 की शुरुआत के साथ, यह तकनीक और भी दिलचस्प हो गई है.तो यहाँ हम बता रहें की आखिर बजाज फ्रीडम 125 और अन्य वाहनों पर CNG तकनीक कैसे काम करती है.
सीएनजी तकनीक कैसे काम करती है?
कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) का इस्तेमाल पारंपरिक इंजन में ईंधन के रूप में किया जा जाता है,इसलिए, बुनियादी आवश्यकता समान ही है इसलिए सीएनजी वाहनों को ईंधन को संग्रहीत करने के लिए एक अलग से टैंक की लगाई गई है, जबकि वाहन के ईसीयू को भी सिस्टम को बताने के लिए एक समर्पित यूनिट की आवश्यकता होती है कि वाहन किस ईंधन पर चल रहा है – पेट्रोल या सीएनजी.
वाहन चलाने के लिए उपयोगकर्ता पेट्रोल या सीएनजी के बीच स्विच कर सकता है और जब सीएनजी का चयन किया जाता है, तो सीएनजी टैंक से सीएनजी गैस उच्च दबाव वाली लाइनों की एक श्रृंखला के माध्यम से एक रेगुलेटर तक जाती है.फिर रेगुलेटर ईंधन इंजेक्टर की क्षमता के अनुसार सीएनजी गैस के दबाव को एडजस्ट करता है, जिसे फिर इंजन में छिड़का जाता है.
एक बार जब सिलेंडर को सही मात्रा में सीएनजी मिल जाती है, तो आगे के स्टेप्स ट्रेडिशनल इंजन के समान ही होते हैं, जहां एक कंप्रेशन स्ट्रोक होता है, एक इग्निशन स्ट्रोक होता है जहां सीएनजी प्रज्वलित होती है, उसके बाद एक निकास स्ट्रोक होता है जो गैसों को बाहर निकालता है.
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बजाज फ्रीडम 125 में सीएनजी तकनीक
बजाज फ्रीडम 125 में फ्यूल टैंक के नीचे एक समर्पित सीएनजी टैंक है, जो 2 किलोग्राम तक वजन रख सकता है, साथ ही एक पेट्रोल टैंक है जिसमें 2 लीटर पेट्रोल रखा जा सकता है.राइडर पेट्रोल या सीएनजी के बीच स्विच कर सकता है और 125cc इंजन और एयर-कूल्ड यूनिटऔर 5-स्पीड गियरबॉक्स की मदद से 9.3bhp और 9.7Nm का टॉर्क बनाता है.
क्योंकि सीएनजी खतरनाक हो सकती है इसलिए इसे अत्यधिक दबाव वाले टैंक में सीएनजी रूप में रखा जाता है, इसलिए बजाज ने टैंक को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव उपाय किए हैं. बजाज ने यह भी दिखाया है कि कैसे फ्रीडम 125 का क्रैश-टेस्ट किया गया है, और कैसे ट्रकों द्वारा इसे कुचला गया है, इसके बाद भी सीएनजी टैंक क्रैश नहीं हुआ.