Bihar News: गोपालगंज में नेशनल हाइवे (एनएच-27) पर मधुबनी मोड़ के पास सड़क हादसे में महिला दारोगा सतीभा कुमारी और उनके ड्राइवर मंजय कुमार की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पुलिस ने एनएचएआई के मैनेजर, एनएच के इंजीनियर, ठेकेदार, दुर्घटनाग्रस्त ट्रक के मालिक पूर्वी चंपारण के डुमरिया घाट थाना क्षेत्र के सरोज कुमार यादव, ट्रांसपोर्टर प्रशांत कुमार सिंह, ट्रक चालक अर्जुन और सह चालक समेत सात लोगों को नामजद आरोपी बनाया है. पुलिस ने ट्रक मालिक सरोज कुमार यादव को जेल भेज दिया है, बाकी आरोपी फरार हैं. पुलिस की जांच में पता चला है कि एनएच पर बने गड्ढों के कारण यह हादसा हुआ है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है.
चार जुलाई को हुई दारोगा और चालक की मौत
4 जुलाई को सिधवलिया थाने के मधुबनी मोड़ के पास एक दर्दनाक हादसा हुआ था. हादसे में सिधवलिया थाने से कोर्ट में गवाही देने कार से जा रही महिला हेल्प डेस्क की सब इंस्पेक्टर सतीभा कुमारी और ड्राइवर मंजय कुमार की मौत हो गई थी. सीमेंट लदा ट्रक कार पर पलट गया और शाम को सीमेंट हटाने के दौरान कार दिखी, जिसमें दोनों को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों की टीम ने बेगूसराय जिले के नीमाचांदपुरा थाना क्षेत्र के परना गांव निवासी और सिधवलिया थाने की महिला हेल्प डेस्क की प्रभारी श्याम यादव की पत्नी सतीभा कुमारी और उनके ड्राइवर सिधवलिया थाने के शेर धानुक टोली निवासी धनेश यादव के पुत्र मंजय कुमार को मृत घोषित कर दिया. ट्रक पर लदा सीमेंट औरंगाबाद से मीरगंज जा रहा था.
क्या है पुलिस रिपोर्ट में…
पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके पहले लोकसभा चुनाव की ड्यूटी में जा रही वाहन बरहिमा मोड़ के पास एनएच-27 पर गड्ढा होने की वजह से दुर्घटना की शिकार हो गयी थी, जिसमें चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी, जबकि दर्जनों पुलिसकर्मी जख्मी हो गये थे. दोनों हादसों में एनएचएआई को जिम्मेदार ठहराया गया है. गड्ढों की मरम्मत हो जाती तो हादसा नहीं होता और पुलिसकर्मियों के साथ आम लोगों की जान नहीं जाती.
पुलिस ने माना कि एनएच-27 पर गड्ढों की मरम्मती नहीं होने, आवश्यकता अनुसार लाइट की कमी, साइन बोर्ड की कमी, अवैध कट बंद नहीं होने, एनएच की मरम्मत नहीं होने, रख-रखाव नहीं किये जाने की वजह से हादसा हो रही है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.
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28 अप्रैल को चार जवानों की हादसे में हुई मौत
बीते 28 जुलाई को लोकसभा चुनाव की ड्यूटी में पुलिस लाइन से सुपौल जा रही जवानों से भरी बस में कंटेनर ने टक्कर मार दी. सिधवलिया थाने के बरहिमा मोड़ के पास एनएच-27 पर गड्ढों की वजह से हादसा हुआ. हादसे में चार जवानों की दर्दनाक मौत हो गयी, जबकि दर्जनों जवान जख्मी हो गये थे. हादसे में चालक अशोक उरांव, पवन महतो, दिग्विजय कुमार की घटना के दिन ही मौत हो गयी, जबकि चौथे जवान की मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गयी.
नेशनल हाइवे पर इस हादसे के बाद भी एनएचएआइ ने सबक नहीं ली और गड्ढों की मरम्मती का कार्य नहीं कराया गया. त्रैमासिक सड़क सुरक्षा समिति की मीटिंग में भी इससे संबंधित रिपोर्ट पुलिस की ओर से सौंपी गयी, लेकिन गड्ढों को नहीं भरा गया, जिससे एक और हादसा हुआ, जिसमें महिला दारोगा व चालक की माैत हो गयी.
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पुलिस ने इनपर दर्ज किया एफआइआर
सिधवलिया थाने में पुलिस अवर निरीक्षक नवीन कुमार ने एनएच-27 के प्रबंधक, इंजीनियर, कांट्रेक्टर, दुर्घटनाग्रस्त ट्रक संख्या- BR-28GA-6639 का मालिक पूर्वी चंपारण के डुमरिया घाट थाना क्षेत्र के सरोज कुमार यादव, ट्रांसपोर्टर प्रशांत कुमार सिंह, ट्रक का चालक अर्जुन तथा उपचालक के विरुद्ध उचित धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई चल रही है.