Naxal bandh: चाईबासा/मनोहरपुर (पश्चिमी सिंहभूम)-बीते मई और जून की मुठभेड़ में कई नक्सलियों की मौत के विरोध में बुधवार को आहूत कोल्हान बंद का पश्चिमी सिंहभूम जिले के ग्रामीण इलाकों में असर देखा गया. नक्सलियों ने मनोहरपुर-जराइकेला रेल लाइन पर ट्रेनों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया. इस कारण चार घंटे ट्रेनों का परिचालन बंद रहा. विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनें फंसी रहीं. नक्सली बंदी के कारण लंबी दूरी की बसें नहीं चलीं. नक्सलियों ने मनोहरपुर, बंदगांव, सोनुआ आदि जगहों पर पोस्टर लगाकर दहशत कायम करने का प्रयास किया. बंद का सोनुआ, मनोहरपुर, बंदगांव और सारंडा में व्यापक असर देखा गया. दुकानें और हाट-बाजार बंद रहे. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. कम लोग घरों से बाहर निकले. मनोहरपुर के छोटा रवांगदा और रायकपाट में नक्सलियों ने पोस्टर और बैनर लगाये.
ट्रैक पर लगा रहे थे बम, जवानों को देखते ही भागे
मंगलवार रात लगभग 2 बजे नक्सलियों ने मनोहरपुर-जराइकेला के बीच थर्ड रेल लाइन के पोल संख्या 378/35 ए और 378/31 ए-35 ए के बीच बैनर लगाया. पटरी के फिश प्लेट को उखाड़कर बम लगा रहे थे. इस बीच सुरक्षाबल के जवानों के पहुंचते ही भाग खड़े हुए. चक्रधरपुर रेल मंडल के वरीय पदाधिकारियों ने सूचना मिलते ही ट्रेनों का परिचालन रात में रोक दिया.
विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं ट्रेनें
घटना के बाद जराइकेला में 18190 एर्नाकुलम-टाटानगर एक्सप्रेस, गोइलकेरा में 22906 ओखा-शालीमार एक्सप्रेस, सोनुआ में 12810 हावड़ा-मुंबई मेल और चक्रधरपुर में 12130 हावड़ा-पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस को रोक दिया गया. इन ट्रेनों के यात्री परेशान दिखे.
जांच और मरम्मत के बाद सुबह छह बजे ट्रेनों का परिचालन हुआ शुरू
जवानों ने बम निरोधक दस्ता, मेटल डिटेक्टर और खोजी कुत्ते की मदद से पटरियों की जांच की. वहीं, फिश प्लेट को दुरुस्त किया. सुरक्षाबलों के क्लीयरेंस के बाद बुधवार सुबह छह बजे ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ. दूसरी ओर, करमपदा रेल सेक्शन में नक्सलियों ने रेल पटरी को उड़ाने की साजिश की. इस सेक्शन में ट्रेनों का परिचालन ठप किया गया. उक्त मार्ग पर केवल मालगाड़ी का परिचालन होता है.
स्टैंड में खड़ी रहीं बसें, लंबी दूरी के यात्री रहे परेशान
रांची रूट पर बसें नहीं चलने से यात्री परेशान रहे. चाईबासा बस स्टैंड में बसें खड़ी रहीं. यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. पश्चिमी सिंहभूम बस ओनर एसोसिएशन के मैनेजर ने बताया कि लंबी दूरी की बसें नहीं चलीं.
चांडिल अनुमंडल में बंद रहा बेअसर
नक्सलियों के कोल्हान बंद का असर चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में नहीं रहा. अन्य दिनों की तरह चांडिल बाजार, चौका, रघुनाथपुर, मिलन चौक, ईचागढ़, कुकुड़ू की दुकानें खुली रहीं. एनएच-32 टाटा-पुरुलिया- धनबाद मार्ग और एनएच-33 टाटा-रांची मुख्य मार्ग पर अन्य दिनों की तरह बसें चलीं.