आरा.
जमीन मालिकों को जिले के राजस्व कर्मचारी एवं अंचलाधिकारियों की लापरवाही एवं मनमानी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. सरकार ने सभी जमीनों का रजिस्टर टू में नाम ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है, पर जो जमीन मालिक, राजस्व कर्मियों एवं अंचलाधिकारियों से नहीं मिल रहे हैं, उनका रजिस्टर टू में जमीन का ऑनलाइन नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अंचलों में काफी संख्या में जमीन मालिक हैं, जिनका रजिस्टर टू में जमीन का ऑनलाइन नहीं किया गया है. जबकि सरकार मानती है कि जितनी भी जमीन हैं, सभी का ऑनलाइन दस्तावेज होना चाहिए, ताकि किसी तरह की समस्या उत्पन्न नहीं हो. जमीन को लेकर होनेवाले विवाद का मामला काफी संख्या में है. ऐसे में जब जमीन का दस्तावेज सही नहीं रहेगा, तो यह विवाद और भी बढ़ेगा. जमीन के विवाद के कारण कई लोगों की जान भी चली जाती है, पर सरकार के निर्देश का राजस्व कर्मचारी एवं अंचलाधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. आरा अंचल में तो सबसे अधिक लालफीताशाही एवं तानाशाही हो रहा है. रजिस्टर टू में जमीन का दस्तावेज किया गया है ऑनलाइन : हालांकि सरकार के निर्देश के आलोक में जमीन के दस्तावेज का रजिस्टर टू में काफी संख्या में ऑनलाइन किया गया है. इसके बाद भी काफी संख्या में जमीन मालिक रजिस्टर 2 में जमीन का ऑनलाइन होने का इंतजार कर रहे हैं. जबकि जिले में इस काम को बंद कर दिया गया है. इस कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है.रजिस्टर टू में जमीन का ऑनलाइन नहीं होने से लोगों को हो रही है काफी क्षति : मकान मालिकों के उनके जमीन का रजिस्टर टू में दस्तावेज ऑनलाइन नहीं होने के कारण उन्हें काफी क्षति हो रही है. कई लोगों को कई तरह के कार्य करने होते हैं, पर रजिस्टर टू ऑनलाइन नहीं होने से उनका काम नहीं हो पा रहा है. काफी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है एवं मानसिक परेशानी भी चलनी पड़ रही है. लोग अंचलों का चक्कर लगा रहे हैं, पर उन्हें कोई सुनने वाला नहीं है. जबकि सरकार का दावा था कि जमीन के दस्तावेजों को ऑनलाइन कर ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि लोगों को अंचलों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. सरकार का यह दावा धरातल पर सिसक रहा है. बेलगाम राजस्व कर्मचारी एवं अंचलाधिकारी तानाशाही कर रहे हैं. सरकार के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं.
बढ़ रहे हैं जमीन विवाद : जमीनों का दस्तावेज रजिस्टर टू में ऑनलाइन नहीं होने के कारण जिले में जमीन विवाद दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. इसमें पक्षों में हिंसक झड़प भी हो रही हैं. इसमें कई लोग घायल भी हो रहे हैं एवं कई लोगों की जान भी जा रही है. फिर भी प्रशासन इसके लिए संवेदनशील नहीं है और पूरे लगन के साथ इस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है