मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर तीन वर्ष या इससे अधिक से एक ही कार्यालय में पदस्थापित लिपिक, प्रधान लिपिक, सहायक प्रशासी पदाधिकारी और जनसेवकों का स्थानांतरण किया गया था. इन सभी को वर्तमान जगह से हटाकर दूसरे प्रखंड, पंचायत या अनुमंडल कार्यालयों में पोस्टिंग की गयी, लेकिन इसमें कई कर्मचारियों ने अपने नए कार्यालय में योगदान नहीं किया है. डीएम सुब्रत कुमार सेन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि योगदान नहीं देने वाले कर्मियों पर विभागीय की कार्रवाई की अनुशंसा होगी. बता दें कि सभी स्थानांरित कर्मियों को पांच जुलाई तक हर हाल में नव पदस्थापन वाले कार्यालय में योगदान देने को कहा गया था. अन्यथा छह जुलाई को स्वत: वे विरमित हो जायेंगे. प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि स्थानांतरित कर्मियों को को उनके नवपदस्थापन स्थल पर योगदान देने के लिए उनके प्रभार का आदान-प्रदान करेंगे. कर्मियों के स्थानांतरण की अधिसूचना जारी कर दी गयी है. इसके अनुसार कुल 19 जन सेवकों को इधर से उधर किया गया है. जिले के 106 लिपिक, 25 प्रधान लिपिक, और 14 सहायक प्रशासी पदाधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है. इनमें से कई की प्रतिनियुक्ति भी उनके कार्यों को ध्यान में रखते हुए उसी कार्यालय में की गयी है.
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