सुंदरगढ़ जिले के कोइड़ा प्रखंड में मंगलवार की देर रात हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में दो बच्चे (8 साल एवं 12 साल) और एक युवती (20 साल) शामिल हैं. वहीं, कोइड़ा की पूर्व सरपंच संध्यारानी नायक, उनकी मां शांतिलता और चालक गंभीर रूप से घायल हैं. तीनों का राउरकेला सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. हादसा कोइड़ा से पांच किमी पूर्व रेंगालबेड़ा चौक के पास मंगलवार रात लगभग दो बजे हुआ. क्योंझर से एक भोज में शामिल होने के बाद पूर्व सरपंच संध्यारानी नायक का परिवार स्कॉर्पियो से कोइड़ा लौट रहा था. इसी दौरान, एनएच पर खड़े एक हाइवा से स्कॉर्पियो टकरा गयी. हादसा इतना भीषण था कि स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गये. मौके पर ही दो बच्चे और एक युवती की मौत हो गयी. जबकि पूर्व सरपंच संध्यारानी, उनकी मां शांतिलता और चालक गंभीर रूप से घायल हो गये. घायलों का राउरकेला में इलाज चल रहा है. हादसे की सूचना मिलने के बाद पूरे कोइड़ा में मातम छाया हुआ है.
क्योंझर के सारस पारिवारिक भोज में गया था परिवार
पूर्व सरपंच संध्यारानी नायक सहित सात लोग एक पारिवारिक भोज में शामिल होने के लिए पड़ोसी जिला क्योंझर के सारस गया था. भोज में शामिल होने के बाद सभी लौट रहे थे, तब यह दर्दनाक हादसा हुआ. जिस समय हादसा हुआ, उस समय स्कॉर्पियो अपने गंतव्य से महज 10 मिनट की दूरी पर था. हादसे के बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड को घटनास्थल पर बुलाया और क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाया.हाइवे पर भारी वाहनों की पार्किंग दुर्घटनाओं का कारण
हाइवे पर सड़क के दोनों तरफ अमूमन भारी वाहनों की पार्किंग रहती है, जिस कारण हमेशा हादसों का खतरा बना रहता है. इससे पहले भी कई जानलेवा हादसे हो चुके हैं. लेकिन हाइवे पेट्रोलिंग के नाम पर केवल सड़कों को नापनेवाले कर्मचारी सड़क को भारी वाहनों की पार्किंग से फ्री नहीं करते हैंं. नतीजतन इस तरह के हादसे होते हैं, जिसमें लोगों को जान गंवानी पड़ती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है