गया. अब बरसात के दिनों में रेल परिचालन में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. अब वाटर लेवल मॉनीटरिंग सिस्टम से ट्रैकों पर जलस्तर की निगरानी की जायेगी. इसके लिए हर स्तर पर तैयारियां पूरा कर ली गयी है. महत्वपूर्ण पुलों पर नदियों के जलस्तर की निगरानी के लिए वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम को एक्टिवेट किया जा रहा है. गया रूट के अलग-अलग रूटों फल्गु नदी, पुनपुन, सोननगर व कर्मनाशा के साथ-साथ गुरपा-पहाड़पुर के मध्य ढाढ़र नदी पर पुल संख्या 345 पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया है. इस सिस्टम से जलस्तर की जानकारी ऑटोमेटेड एसएमएस के माध्यम से संबंधित अधिकारी को प्राप्त होगी. वाटर लेवल मॉनीटरिंग सिस्टम लगने के बाद रेलवे ट्रैक पर बरसात का पानी जमा होने से पहले ही अलर्ट मिल जायेगा. पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि वाटर लेवल मॉनीटरिंग सिस्टम लगने के बाद काफी सुविधा मिलेगी. मॉनसून के दौरान नदियों के जलस्तर की निगरानी हर समय की जा रही है. सिस्टम में सोलर पैनल से जुड़ा एक सेंसर होता है. इसमें एक चिप भी लगी होती है. यह सेंसर ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा होता है. प्रतिदिन नियमित अंतराल पर नदियों के जलस्तर की जानकारी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से मिलेगी. समय-समय पर नदी के जल स्तर की सूचना मिलने से त्वरित कार्रवाई कर रेलपथ को संरक्षित करना आसान हो जायेगा. मॉनसून के दौरान नदियों के जलस्तर की निगरानी के लिए पूर्व मध्य रेल के विभिन्न खंडों पर स्थित कुल 57 महत्वपूर्ण रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनीटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं.
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