वसीम अख्तर, महुआडांड़. प्रखंड मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर ओरसा पंचायत के राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय अंबाटोली के बच्चे तीन साल से घास-फूस से बने शेड में पढ़ने को विवश हैं. उक्त विद्यालय में 91 बच्चे नामांकित हैं. सभी आदिवासी समुदाय से आते है. बच्चे बारिश के इस मौसम में घास-फूस से बने शेड में बच्चे जमीन पर बैठ कर पढ़ाई करते हैं. बारिश होने पर घास-फूस से बने शेड में पानी टपकने लगता है. विद्यालय भवन जर्जर होने के कारण वर्ष 2021 में विभाग ने बच्चों को बाहर पढ़ाने का निर्देश दिया था. उसके बाद आज तक यही स्थिति बनी हुई है.
क्या कहते हैं प्रधानाध्यापक
विद्यालय के प्रधानाध्यापक झगर नगेसिया ने बताया कि विद्यालय में दो सहायक शिक्षक हैं. विद्यालय भवन जर्जर होने के कारण बच्चों को घास-फूस से बने शेड में पढ़ाते हैं. पेयजल व शौचालय की व्यवस्था नहीं है. विभाग को कई बार आवेदन देकर जल्द-से-जल्द भवन निर्माण कराने का आग्रह किया गया है. सहायक अध्यापक सरस्वती कुमारी और ज्योति एक्का ने बताया कि हमारा विद्यालय पठारी क्षेत्र में है. ऊंचाई पर होने के कारण यहां अधिक बारिश होती है.
क्या कहते हैं शिक्षा मंत्री
इस संबंध में राज्य के शिक्षा मंत्री सह लातेहार के विधायक बैद्यनाथ राम ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करना है. जिला से रिपोर्ट लेकर बहुत जल्द विद्यालय भवन बनवा दिया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है