वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरोह के कुछ लोग अब भी फरार हैं. पकड़े गये अपराधियों के निशानदेही पर पुलिस ने 55 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद किया है, जिसकी कीमत करीब एक लाख रुपये बतायी जा रही है. गिरफ्तार होने वालों में जुगसलाई के मो राजू उर्फ बिजय मुंडा, सिदगोड़ा के दिलीप कालिंदी, जुगसलाई के मो अफजल, सिदगोड़ा के अंकित करण, गम्हरिया के लालटू गोराई, खिरोद गोराई, साकची के राजा सिंह और गोलमुरी के साबा सिंह उर्फ लड्डू सिंह शामिल हैं. पुलिस ने सभी से पूछताछ करने के बाद गुरुवार को जेल भेज दिया. उक्त जानकारी एसएसपी किशोर कौशल ने टेल्को थाना में संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी.एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि पिछले कई दिनों से शहर में लगातार शराब दुकान में चोरी-डकैती, डीजीएम के घर लूट समेत कई घटनाएं हुईं. इसे ध्यान में रखते हुए सिटी एसपी ऋषव गर्ग के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया गया था. 10 जुलाई को सूचना मिली कि एक बोलेरो में सवार होकर छह-सात अपराधी किसी घटना को अंजाम देने के लिए जा रहे हैं. सूचना मिलने के बाद जिले के सभी थानाें को अलर्ट कर दिया गया था. वाहन की जांच के दौरान एनएच-33 के सालबनी के पास एक बोलेरो को रोका गया. इस दौरान पुलिस ने अफजल, राजू, दिलीप और अंकित को गिरफ्तार कर लिया. वहीं अंधेरे का फायदा उठा कर अफरोज, फिरोज और कोदू मौके से फरार हो गये. पूछताछ के दौरान पकड़े गये युवकों ने बताया कि वे लोग घाटशिला में डकैती करने जा रहे थे. चार अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बारी-बारी से अन्य अपराधियों को छापेमारी कर पकड़ा. उन लोगों के निशानदेही पर छापेमारी कर कई औजार भी बरामद किया गया है.
डीजीएम के घर लूट करने वाले दो गिरफ्तार
एसएसपी ने बताया कि आइएसडब्ल्यूपी के डीजीएम अरविंद कुमार सिंह के घर में प्रवेश कर उनकी पत्नी ने 10 हजार रुपये नकद व सोने का चेन की लूट करने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस कांड में शामिल दो युवक अंकित करण और मो अफजल को पुलिस ने पकड़ा है. इस कांड में शामिल दो अपराधी अब भी फरार हैं, जिनके बारे में भी पुलिस को जानकारी मिल गयी है.शराब चोरी करने के बाद गम्हरिया – पुरुलिया में बेचते थे
एसएसपी ने बताया कि शराब की चोरी करने के बाद गिरोह के लोग शराब को अलग-अलग जगहों पर बेच देते थे. गिरोह के लोगों ने गम्हरिया के लालटू गोराई और खिरोद गाेराई को शराब बेचने के लिए दे देता था. उसके बाद वे लोग अवैध रूप से शराब बेचने वाले लोगों से संपर्क कर शराब की बोतल को बेच देते थे. एसएसपी ने बताया कि गिरोह के लोगों ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत कई जिलाें में शराब की सप्लाई की है.
बिना गार्ड वाले दुकान को बनाते थे निशाना
पुलिस ने बताया कि गिरोह के लोग बिना गार्ड वाले शराब दुकान को निशाना बनाते थे. घटना को अंजाम देने के पूर्व वे लोग दुकान की रेकी करते थे. रेकी के दौरान दुकान में प्रवेश करने की जगह, भागने वाली सड़क और सुरक्षा व्यवस्था काे समझ लेते थे. बाद में वे लोग गुट बना कर घटना को अंजाम देते थे. वहीं दूसरी ओर शराब दुकान में काम करने वाले कुछ युवकों को भी इन लोगों ने सूचना देने के लिए शामिल कर रखा था. शराब दुकान में काम करने वाले लोग गिरोह के लोगों दुकान में माल के बारे में जानकारी देते थे.घटना स्थल पर नहीं ले जाते थे फोन : सिटी एसपी
सिटी एसपी ऋषव गर्ग ने बताया कि गिरोह का कोई भी सदस्य घटना को अंजाम देने के दौरान अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखता था. घटना को अंजाम देने के कुछ घंटे पूर्व ही खुद को मोबाइल से दूर कर लेते थे. इसके अलावा घटना स्थल से करीब पांच किलोमीटर दूर ही गिरोह के लोग फोन को छोड़ देते थे. वहीं गिरोह का सदस्य विजय मुंडा फायरिंग करने के बाद मौके से खोका भी चुन लेता था, ताकि पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाये. यही गिरोह ने कदमा और बिरसानगर में दुकान का छत काट कर शराब दुकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया था.
अफजल और खिरोद उपलब्ध कराता था वाहन
एसएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए अफजल और खिरोद वाहनों को उपलब्ध कराता था. फोर्ड कार, क्वालिस और मारुति कार अफजल ने ही उपलब्ध कराया था. वहीं जिस बोलेरो को पुलिस ने जब्त किया है, वह चोरी की है. इस बोलेरो को ओडिशा से चोरी किया गया था. पुलिस उनके पास से जब्त अन्य गाड़ियों के बारे में पता लगा रही है.मार्च से हो दे रहे थे घटना को अंजाम, 20 कांडों का हुआ उद्भेदन
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी मार्च 2024 से ही शहर और आसपास के जिले में घटना को अंजाम दे रहे थे. गिरोह की पहचान नहीं हो पाये, इस कारण से घटना के तरीकाें को बदल देते थे. एसएसपी ने बताया कि पकड़े गये सभी अपराधियों का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है. पूर्वी सिंहभूम जिले के अलावा अन्य जिला में भी गिरोह ने कांड को अंजाम दिया है. गिरोह का सरगना मो राजू उर्फ विजय मुंडा व दिलीप कालिंदी है. इन दोनों द्वारा ही अधिकांश घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनायी जाती है. गिरोह ने टेल्को, बिष्टुपुर, गोविंदपुर, सोनारी, मानगो, साकची, सीतारामडेरा, बिरसानगर, एमजीएम, सिदगोड़ा, मउभंडरर, घाटशिला, चांडिल, कपाली और चक्रधरपुर में चोरी, लूट व डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया है.
यह हुआ बरामद :
देसी कट्टा – 1जिंदा गोली – 2
लाल रंग का फोर्ड आइकन कार – 1 कारक्वालिस कार – 1 कारमारुति ओमनी – 1 कारविदेशी शराब – 55 पेटी
ताला काटने वाला कटर – 1लोहे का सब्बल – 2कैंची – 1मोबाइल – 8
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