बीपीएससी से दूसरे राज्य के बहाल ऐसे शिक्षक जो सीटीइटी की परीक्षा में 60 फीसदी से कम अंक प्राप्त किये है, उन्हें चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया गया है. इस बाबत डीइओ राजकुमार शर्मा ने डीपीओ स्थापना को निर्देश दिया है कि तीन दिनों के अंदर सभी प्रखंडों से ऐसे शिक्षकों की चिह्नित कर रिपोर्ट दें. बताया जा रहा है कि हाइकोर्ट आदेश के बाद मुख्यालय ने दूसरे राज्यों के शिक्षक जिन्होंने सीटीइटी परीक्षा में 60 फीसदी से कम अंक लाने के बावजूद बिहार में महिलाओं को मिलने वाले पांच फीसदी छूट का लाभ लेकर नौकरी ली हैं, उन्हें चिह्नित करना है. नियमावली के अनुसार किसी भी तरह के आरक्षण का लाभ सिर्फ राज्य के निवासी को ही दिया जा सकता है. शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में ऐसे 300 से अधिक शिक्षक के होने की संभावना है. साथ ही अनुकंपा के आधार पर नियुक्त अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवा मुक्त किये जाने की सूचना भी डीइओ ने मांगी है. इसे लेकर प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने पत्र जारी किया है. डीइओ ने बताया कि शुक्रवार तक डीपीओ स्थापना को सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा जिन स्कूलों का निरीक्षण नहीं हुआ है, उसका शत-प्रतिशत निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया गया है. ———————- जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता फैलाने पर जोर मारवाड़ी कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना व सेहत केंद्र के बैनर तले गुरुवार को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया. डॉ संगीत कुमार ने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही. जनसंख्या कम करने व उसके गुणवत्ता को बढ़ावा देने पर जोर दिया. डॉ शरद चंद्र राय जीवन से जुड़ी घटनाओं से सभी स्वयंसेवक को अवगत कराया. डॉ ब्रज भूषण तिवारी व डॉ प्रभात कुमार ने विश्व जनसंख्या दिवस के महत्व पर से चर्चा की. कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने स्वयंसेवकों को विश्व जनसंख्या दिवस पर बढ़ती जनसंख्या से होने वाले नुकसान के बारे में चर्चा की. स्वयंसेवक को गोद लिए गांव में जाकर जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता फैलाने पर बल दिया. संचालन स्वयंसेवक शिवसागर ने किया. इस अवसर पर शिव सागर, श्याम कुमार, हरिओम कुमार, दिलीप, मृत्युंजय, प्रिंस राजा, विक्की, शीतल, ज्योति, रंजना, निशा, खुशी आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है