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बिहार में वज्रपात से दो दिनों के अंदर 50 लोगों की मौत, आकाशीय बिजली ने दर्जन भर जिलों में मचाया कोहराम

बिहार में वज्रपात से दो दिनों के अंदर 50 लोगों की मौत हो चुकी है. आकाशीय बिजली काल बनकर लोगेां की जिंदगी को निगल रही है. कई लोग अस्पताल में इलाजरत भी हैं.

बिहार में ठनके की चपेट में आकर रोजाना लोगों की मौत हो रही है. बुधवार को 24 तो गुरुवार को आकाशीय बिजली गिरने से प्रदेश में 26 लोगों की जान चली गयी. कई लोग वज्रपात की वजह से झुलसे भी हैं जिनका इलाज चल रहा है. मौसम का मिजाज बिगड़ता देखकर लोगों को अलर्ट भी किया गया है. मधुबनी में आधा दर्जन लोगों की मौत वज्रपात से हुई है जबकि औरंगाबाद में चार, सुपौल में तीन और लखीसराय व गया में दो-दो लोगों की मौत हुई. पूर्णिया, रोहतास, बेगूसराय, बिहारशरीफ, कैमूर, गोपालगंज, समस्तीपुर और पटना के फुलवारीशरीफ और मसौढ़ी में एक-एक लोगों की मौत हुई है. एक दर्जन से अधिक लोग झुलसे भी हैं. इससे पहले बुधवार को दो दर्जन लोगों की मौत प्रदेश में हुई थी.

मधुबनी में मौत का तांडव

गुरुवार को मधुबनी जिले में वज्रपात से सबसे अधिक मौत हुई. जिले में अलग-अलग जगहों पर गुरुवार को हुए बारिश के दौरान वज्रपात की घटना हुई और इसकी चपेट में आकर छह लोगों की मौत हो गयी. जबकि करीब एक दर्जन लोग घायल हो गये. गुरुवार की सुबह धान रोपनी के लिए फुलपरास के भरहा एवं बथनाहा के लोग खेत गए थे. उसी दौरान तेज बारिश होने लगी तो सभी लोग अपने-अपने घर वापस लौट रहे थे. रास्ते में आकाशीय बिजली गिरने की वजह से कई लोग इसकी चपेट में आ गए. फुलपरास के भरहा गांव निवासी मुकुन नदाफ ( 60 ) उनकी बहू आशिया खातून (34) समेत 5 लोगों की मौत इस हादसे में हो गयी. जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हैं जिनमें कुछ लोगों की स्थिति नाजुक भी है. वहीं बाबूबरही के दो अलग-अलग गांव में गुरुवार को वज्रपात होने से दो महिलाओं की मौत हो गई.

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आरा में 18 स्कूली छात्रा झुलसीं

आरा के तरारी प्रखंड के बड़कागांव प्लस टू हाइस्कूल की कक्षा में बैठीं 18 छात्राएं ठनके की चपेट में आकर जख्मी हो गयीं. दरअसल, आरा में मौसम बिगड़ा और उच्च विद्यालय के पिछले हिस्से में स्थित ताड़ के पेड़ पर ठनका गिर गया. इस ठनके का प्रभाव इस कदर शक्तिशाली था कि पास में कक्षा में बैठकर पढ़ाई कर रही डेढ़ दर्जन छात्राएं झुलस गयीं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.

सुपौल में वज्रपात का तांडव

इधर, सुपौल में निर्मली प्रखंड क्षेत्र के हरियाही गांव के समीप एनएच 57 के बगल में खेत में काम कर रहे एक किसान की गुरुवार की दोपहर वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई.वहीं सरायगढ़ प्रखंड क्षेत्र के शाहपुर पृथ्वीपट्टी पंचायत के रामनगर गांव के वार्ड नंबर 10 में गुरुवार को दोपहर में अचानक ठनका गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी.जबकि इसी प्रखंड क्षेत्र के हरियाही गांव के समीप एनएच 57 के बगल में खेत में काम कर रहे एक किसान की गुरुवार की दोपहर वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी.

सीएम नीतीश कुमार की अपील

राज्य में वज्रपात से लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को ही मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं.मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

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