सरिया प्रखंड अंतर्गत कोयरीडीह व मायापुर गांव में अवैध रूप से संचालित दो आरा मिलों पर शुक्रवार को वन विभाग ने छापेमारी की. इस दौरान आरा मिल संचालक भागने में सफल रहे. इस संबंध में वन क्षेत्र पदाधिकारी सुरेश राम ने बताया कि वन प्रमंडल पदाधिकारी, हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल के निर्देशों पर अवैध आरा मिलों के विरुद्ध लगातार सघन छापेमारी व जब्ती अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को सरिया प्रखंड के कोयरीडीह व मायापुर गांव में अवैध रूप से संचालित दो आरा मिल पर छापामारी एवं जब्ती की कार्रवाई की गयी. आरा मिल के विरुद्ध की गई छापेमारी में दोनों आरा मिलों पर प्रशासन का बुलडोजर चला जिसमें अवैध रूप से स्थापित आरा मिल,आरा हाथी व प्लेटफार्म को जेसीबी से समूल उखाड़कर नष्ट किया गया. साथ ही उक्त स्थलों पर संग्रहित वन पदार्थों (लकड़ियों) व उपस्करों (आरा हाथी, डीजल इंजन, प्लेटफार्म, चक्का, विभिन्न प्रजाति के बोट्टा व चिरान लकड़ी) जिसकी अनुमानित कीमत लगभग चार लाख रुपये से अधिक है को जब्त किया गया. छापेमारी के दौरान मिल संचालक भागने में सफल रहे. लेकिन, वन विभाग द्वारा मिल संचालक रूपलाल प्रसाद वर्मा पिता खेदू महतो ग्राम पूरनीडीह व महेंद्र वर्मा पिता बहादुर महतो ग्राम मायापुर पर भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 41, 42 व बिहार काष्ठ चिरान (विनियमन) अधिनियम 1990 की धारा 9, 10, 14 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. छापामारी अभियान का नेतृत्व बगोदर वन क्षेत्र पदाधिकारी सुरेश राम कर रहे थे.
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