रांची. पुणे में रहनेवाले इंजीनियर प्रशांत कुमार घोष की रांची के पिठोरिया स्थित 1.98 एकड़ जमीन मामले में सीआइडी ने बड़ा खुलासा किया है. इसमें कहा गया है कि देवघर के रिखिया में रहनेवाले एक जमीन के केयर टेकर समीर कुमार बोस को प्रशांत कुमार घोष बनाकर कोलकाता रजिस्ट्री ऑफिस से निर्मल कुमार शर्मा के नाम पर जमीन का पावर ऑफ अटर्नी लिया गया. इसमें चंद्रशेखर कुमार व प्रवीर डे गवाह बने. इसी पावर ऑफ अटर्नी के आधार पर प्राथमिक अभियुक्त मीनाक्षी सिंघानिया को 99.36 डिसमिल और स्वाति सिंघानिया को 99.36 डिसमिल जमीन रजिस्ट्री की गयी. इसके बाद प्रशांत कुमार घोष की जमीन पर कब्जे का प्रयास किया गया. प्रशांत कुमार घोष के भाई सुशांत घोष ने पिठोरिया थाना में इसकी शिकायत की थी. बाद में इस केस को सीआइडी ने टेकओवर कर जांच शुरू की. इस दौरान निर्मल कुमार शर्मा के ठिकाने से सीआइडी ने पावर ऑफ अटर्नी बरामद किया. मामले में सीआइडी समीर के अलावा चंद्रशेखर कुमार व अशोक सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है.
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