-जीविका की पहल से खुला केंद्र, जिला के 11, शिवहर के छह व सीतामढ़ी के तीन प्रखंडों में मिलेगी सुविधा मुजफ्फरपुर. जीविका दीदियों सहित अन्य महिलाओं को कानूनी सहायता के लिए भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. घरेलू प्रताड़ना हो, छेड़खानी हो या महिला हिंसा. महिलाओं से दुर्व्यवहार के हर मामले में उन्हें समाधान दीदी अधिकार केंद्र में मिल जायेगा. यह पहल जीविका ने की है. जिला के अलावा सीतामढ़ी व शिवहर में दीदी अधिकार केंद्र की शुरुआत की गयी है. यहां महिलाओं को हर तरह की कानूनी सहायता दी जायेगी. साथ ही यह केंद्र लिंग आधारित हिंसा और बाल विवाह रोकने में भी कारगर भूमिका निभायेगा और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेगा. जिले के मुशहरी, सकरा, सरैया, बोचहां, मड़वन, मीनापुर, मुरौल, औराई, गायघाट, मोतीपुर, पारू, शिवहर के डुमरी कटसरी, पिपराही, पूरनहिया, शिवहर सदर व तरियानी और सीतामढ़ी के रीगा, डुमरा, बथनाहा व रुन्नीसैदपुर में इस केंद्र की शुरुआत की गयी है. अन्य जिलों में भी इसे जल्द शुरू किये जाने की योजना है. प्रत्येक केंद्र में एक कॉर्डिनेटर बनाये गये हैं, जो हिंसा के हिसाब से महिला थाना, कानूनी सहायता के लिए महिला थाना, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण केंद्र, महिला बाल विकास निगम, सखी वन स्टॉप सेंटर, बुनियाद केंद्र से मदद दिलवायेंगे. महिलायें अपनी समस्या लेकर यहां आयेंगी तो उन्हें उसका समाधान कराया जायेगा. इसके अलावा केंद्र की ओर से जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा, जिसमें महिलाओं को बताया जायेगा कि वे बच्चे व बच्चियों में अंतर नहीं करें और लिंग आधारित हिंसा रोकने के लिए कारगर कदम उठायें. —— महिला उत्पीड़न सहित महिला हिंसा मामले में महिलाओं को कानूनी सहायता देने के लिए केंद्र की शुरुआत की गयी है. यहां जीविका दीदी के अलावा कोई भी महिला आती हैं तो उन्हें कानूनी सहायता दी जायेगी. पारिवारिक उत्पीड़न में यहां काउंसलिंग की भी व्यवस्था है. यह देखा जायेगा कि महिला किस तरह की प्रताड़ना का शिकार है, उसी के अनुरूप उनकी कानूनी सहायता के साथ अन्य सहयोग भी दिया जायेगा. इस केंद्र के खुलने से महिलाओं को न्याय के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. – अनीशा, डीपीएम, जीविका
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