Rupauli By Election Result: पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत रूपौली विधानसभा के उपचुनाव का परिणाम सामने आ चुका है. रूपौली में निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह (Shankar Singh ) ने जीत दर्ज की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एनडीए समर्थित जदयू के उम्मीदवार कलाधर मंडल को सीधी टक्कर में मात दी. शंकर सिंह ने कलाधर मंडल को एक दिलचस्प मुकाबले में 8211 वोटों से हराया और रूपौली के विधायक फिर एकबार बने हैं. वहीं महागठबंधन समर्थित राजद की उम्मीदवार बीमा भारती की करारी हार हुई और तीसरे नंबर पर उन्हें संतोष करना पड़ा.
शंकर सिंह ने शुरू में दी टक्कर, बाद में निर्णायक बढ़त लेते रहे
रूपौली उपचुनाव का परिणाम बेहद चौंकाने वाला रहा. निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने जदयू के उम्मीदवार कलाधर मंडल को सीधी टक्कर में मात दी. वहीं राजद प्रत्याशी बीमा भारती तीसरे नंबर पर रहीं. बीमा भारती शुरू से ही लगातार तीसरे नंबर पर ही रहीं. वहीं जदयू के कलाधर मंडल व शंकर सिंह के बीच टक्कर चलती रही. 6 राउंड के बाद निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने बढ़त बनायी जिसे अंत तक बरकरार रखा. 11 राउंड की गिनती के बाद शंकर सिंह को 6838 वोटों का बढ़त प्राप्त था. कुल 12 राउंड की गिनती के बाद शंकर सिंह ने जदयू के कलाधर मंडल को हराकर रूपौली सीट अपने नाम किया. शंकर सिंह को कुल 67779 वोट मिले. जबकि जदयू के कलाधर मंडल को 59568 वोट मिले. राजद की बीमा भारती को कुल 30108 वोट मिले.
बीमा भारती के इस्तीफे के बाद हुआ उपचुनाव
गौरतलब है कि रूपौली से चार बार चुनाव जीत चुकीं पूर्व विधायक बीमा भारती ने जदयू का साथ छोड़कर राजद का दामन थाम लिया था. पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में इस सीट से जदयू की टिकट पर बीमा भारती ने ही जीत दर्ज की थी. पार्टी बदलने के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दिया था जिससे यह सीट खाली हुई थी. बीमा भारती को राजद ने पूर्णिया लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट थमाया. लेकिन बीमा भारती की इस चुनाव में करारी हार हो गयी थी. पूर्णिया सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव सांसद बने और जदयू उम्मीदवार सह पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा दूसरे नंबर पर रहे. बीमा भारती तीसरे नंबर पर रही थीं.
बीमा भारती रूपौली उपचुनाव बुरी तरह हारीं
वहीं रूपौली उपचुनाव की बारी आयी तो राजद ने बीमा भारती पर ही दांव खेला था. लेकिन यह दांव राजद का उल्टा पड़ गया. रूपौली की जनता ने बीमा भारती को तीसरे नंबर पर पहुंचाया और जदयू व निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह के बीच ही शुरू से टक्कर चलती रही. शुरू में जदयू के कलाधर मंडल आगे निकले लेकिन 6 राउंड के बाद पासा पलटा और निर्दलीय शंकर सिंह आगे निकल आए. जैसे-जैसे गिनती आगे बढ़ी शंकर सिंह की बढ़त बड़ी होती गयी. बीमा भारती शुरू से ही तीसरे नंबर पर ही बनी रहीं.
कौन हैं शंकर सिंह?
बता दें कि शंकर सिंह पूर्व में लोजपा के नेता रहे हैं. उन्होंने वर्ष 2005 में लोजपा के टिकट पर रूपौली में जीत भी दर्ज की थी और विधायक बने थे. शंकर सिंह इस दौरान कुछ ही दिनों तक विधायक रह सके. वहीं वर्ष 2010,2015 और 2020 के चुनाव में शंकर सिंह दूसरे नंबर पर रहे. इस उपचुनाव में जब एनडीए में यह सीट जदयू के पास गयी तो शंकर सिंह ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय उम्मीदवार बनकर मैदान में उतरे थे.