बलिया बेलौन. ग्राम पंचायत बिझारा के वार्ड दो सबनपुर उत्तर पार निवासी प्रवासी मजदूर आदिल 26 वर्ष की मुम्बई में संदेहास्पद स्थिति में मौत होने की सूचना पर परिजनों में गमों का पहाड़ टूट पड़ा है. मृतक अपने पीछे बुढ़ी मां, पिता, पत्नी को छोड़ कर गया है. इस घटना पर पत्नी तलत का रो-रो कर बुरा हाल है. एक साल पहले शादी हुई थी. पिता आरीफ को जवान बेटे की मौत ने झकझोर दिया है. उन्होंने बताया की मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. कुछ माह पहले ही रोजगार के लिए मुम्बई गया था. परिवार को क्या पता था की उस की अर्थी घर आयेगी. अब परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है. पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव लाने की बात कही. घटना की सूचना पर क्षेत्र संख्या 18 के जिला परिषद मुनतसीर अहमद, मुखिया प्रतिनिधि इनायत राही, सबनपुर गांव पहुंचकर इस दुख की घड़ी में परिवार से मिल कर हिम्मत बढ़ाते हुए हर संभव मदद करने व पीड़ित परिवार का ढांढस बंधाने की कोशिश की. उन्होंने कहा की प्रवासी मजदूरों के मौत की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है. पलायन रोकने में बिहार सरकार विफल हो रही है. अगर बिहार में इंडस्ट्री और फैक्ट्री बड़े पैमाने पर लगे तो बिहार के मजदूरों को किसी अन्य राज्य में जाकर काम करने की नौबत नहीं आयेगी. उन्होंने बिहार सरकार से उचित मुआवजा देने की मांग की है. तत्काल आपदा फंड की राशि व परिजन को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है