रविवार को घुरती रथयात्रा निकाली गयी. आठ दिन तक अपनी मौसी के घर रहने के बाद भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा अपने घर लौट आये. इसके साथ ही 350 वर्ष से रंका में चली आ रही ऐतिहासिक रथयात्रा संपन्न हो गयी. रथयात्रा देखने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़े थे. इस दौरान रथ खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ लग गयी. पूरा शहर जय जगन्नाथ के नारों से वातावरण भक्तिमय हो गया. राजा कुमार गोवर्धन प्रसाद सिंह के देखरेख में घुरती रथयात्रा निकाली गयी.
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