ठाकुर अनुकूल चंद्र के अनुयायियों द्वारा सत्संग उपासना केंद्र में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया. सत्संग का शुभारंभ बंदे पुरुषोत्तम ध्वनि व शंख ध्वनि के बीच दीप प्रज्वलित कर किया गया. सत्संग में संगीताजंलि कार्यक्रम में धृति सुंदर लाल, गीता देवी व चंचला गुप्ता ने भक्ति मूलक भजन प्रस्तुत किया. इष्ट चर्चा करते हुए सत्संगी अखिलेश प्रसाद ने कहा कि वर्तमान आचार्य देव के निर्देशानुसार सभी सत्संगी डीपी वर्क्स के माध्यम से एक दूसरे से मिलकर सभी दीक्षित परिवार की वर्तमान स्थिति से अवगत होकर श्री श्रीठाकुर जी द्वारा दिये गये कार्यों को सफल करें. उन्होंने कहा कि अपने इष्ट गुरु के नाम का जप एवं उनके गुणों का वर्णन करना प्रत्येक सत्संगी का कर्तव्य है. सत्संगी ऋशु कुमार ने सदाचार के महत्व का वर्णन करते हुए कहा कि सदाचार का पालन करना सबके लिए आवश्यक है. इसका पालन करने से मानव अनेकों प्रकार के रोगों से बच सकता है. उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य को शुद्ध शाकाहारी भोजन करना चाहिए. शक्ति दास सिन्हा ने कहा कि ठाकुर जी प्रेमावतार हैं, वे सभी जीवों से प्रेम करते हैं. उनके अनुसार यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति पर क्रोधित होता है, तो क्रोध को त्यागकर दूसरे व्यक्ति को अच्छे मार्ग पर लाना चाहिए. याजक राजकुमार दा ने ठाकुर ने कहा कि ठाकुर जी की दीक्षा सभी मानव के लिए आवश्यक है. ऋत्विक धृति सुंदर लाल ने कहा कि सत्संग आश्रम देवघर से राज्य के प्रत्येक जिला के लिए एक टीम गठित की गयी है. इसके माध्यम से ठाकुर जी के भावधारा को सभी सत्संगी वृंद तक पहुंचाया जायेगा.
उपस्थित लोग : सत्संग में अजय दा, संजय दा, धृति दीप्त,रामा देवी, वृंदा देवी, दीपमाला अंबष्ठ, पूजा देवी, प्रभा देवी, सत्यवंती देवी, नीलम देवी, रीना देवी, प्रीतम, शिवम, विजय, सुजय, पप्पू जायसवाल, राकेश दा व अशोक जायसवाल उपस्थित थे.
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