मधुबनी/मधेपुर: मणिपुर में तैनात मधेपुर के बांकी गांव निवासी सीआरपीएफ जवान अजय कुमार झा आतंकी हमले में रविवार को शहीद हो गये. इनके शहादत की खबर दिन में ही परिजन को मिला है. जिसके बाद परिजन शव को लाने मणिपुर गये. जहां आर्मी के विशेष प्लेन से शव को पटना लाया जायेगा. जिसके बाद सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव बांकी गांव लाया जायेगा. शहीद अजय कुमार झा मणिपुर में चालक के पद पर पदस्थापित थे. जानकारी के अनुसार रविवार के दोपहर करीब 11 बजे जवानों के काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया. इसी बीच आतंकी की एक गोली जवान अजय कुमार झा के सिर में लगी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जानकारी के अनुसार शहीद जवान के पिता हरिश्चंद्र झा एवं माता ठकनी देवी गांव में ही रहते हैं. जबकि अजय कुमार झा की पत्नी अनु देवी एवं तीनों बच्चे पटना में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं इनके एक बड़ा भाई विजय कुमार झा दिल्ली में प्राइवेट नौकरी में हैं. घटना की जानकारी होते ही परिजन मणिपुर के लिये प्रस्थान कर गये. सोमवार की सुवह तक शव को विशेष विमान से पटना लाया जायेगा. फिर सड़क मार्ग से गांव आयेंगे. सोमवार को गांव में ही इनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. पिता किसान हैं. जबकि माता गृहिणी हैं. घर पर ही रहते हैं. शहीद अजय करीब एक माह पहले ही गांव आये थे. परिजन ने बताया है कि अजय कुमार झा सोमवार को ही गांव आने वाले थे. टिकट कटा हुआ था. एक दिन पहले ही मां से बातें हुई थी. शहीद अजय कुमार झा के शहादत की खबर सुनते ही आस पास के लोग घर पर आने लगे. बूढ़े मां बाप को दिन में ही किसी ने फोन पर अजय कुमार झा के शहादत की खबर दे दी थी. बेटे की शहादत की खबर सुनते ही माता पिता के उपर मानों दुखों का पहाड़ टूट गया. आंखें खामोश हो गयी है. अविरल आंसुओं की धारा बह रही है. लोग ढांढस बंधा रहे हैं. पटना से पत्नी व बच्चे पहुंचे गांव घटना के बाद देर शाम पटना से शहीद अजय कुमार झा की पत्नी अनु देवी व तीनों बच्चे बांकी गांव पहुंचे. इनके गांव पहुंचते ही पूरा गांव जमा हो गया है. करुण क्रंदन से पूरा गांव का माहौल गमगीन हो गया. दामाद भी हो गये थे शहीद इससे पूर्व शहीद अजय कुमार झा के बड़े भाई विजय कुमार झा के दामाद की करीब एक माह पहले ही सिलीगुड़ी में निधन हो गया था. वे भी आर्मी में जवान थे. परिजन ने बताया है कि वे सोमवार को गांव आने वाले थे. वे अपनी भतीजी को सिलीगुड़ी लेकर जाने वाले थे. ताकि दामाद के निधन के उपरांत भतीजी को मिलने वाले लाभ से संबंधित कागजात को ठीक कर सकें. जानकारी मिलते ही मधेपुर थाना प्रभारी प्रकाश चंद्र राजू, उमेश चौधरी, अमित कुमार, महादेव साह दल बल के साथ जवान के घर पर पहुंचे. उन्होंने परिजन को मिल कर ढांढस बंधाया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है