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गंडक नदी के बाढ़ से मुश्किल में पड़ी जिंदगी

नेपाल में बारिश से गंडक नदी उफान पर है. गोपालगंज के छह प्रखंडों में बाढ़ के हालात बने हैं. गंडक नदी के रौद्र रूप से निचले इलाके में बसे 43 गांव और टोले बाढ़ के पानी से घिर गये हैं.

गोपालगंज. नेपाल में बारिश से गंडक नदी उफान पर है. गोपालगंज के छह प्रखंडों में बाढ़ के हालात बने हैं. गंडक नदी के रौद्र रूप से निचले इलाके में बसे 43 गांव और टोले बाढ़ के पानी से घिर गये हैं. आबादी वाले गांव में खेत-खलिहान, सड़क सब डूब चुकी हैं. चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल चुका है. सड़कों पर तीन से चार फुट पानी बह रहा है. कई गांव का मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है. रविवार को गंडक नदी खतरे के निशान से 1.44 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी. सदर प्रखंड के राजवाही गांव में हालात बेहद खराब हैं. यहां गंडक नदी से आयी बाढ़ में फूसानुमा घर डूब गया. घरों से सामान निकालकर लोग सड़क शरण लिये हुए हैं. रामनगर गांव में भी हालात ठीक नहीं हैं. यहां प्लस विद्यालय, मिडिल स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र का आधा हिस्सा बाढ़ के पानी में डूब चुका है. जान जोखिम में डालकर लोग सड़क पार करने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि सरकार और प्रशासन की ओर से नाव का इंतजाम नहीं किया गया है. जगिरी टोला पंचायत में बाढ़ के हालात से बेजुबान पशु भी परेशान हैं. पानी में दिन-रात रहने के लिए मजबूर हैं. इलाके में सबसे ज्यादा परेशानी पीने के लिए पानी को लेकर है. चापाकल पहले ही डूब चुके हैं. पंचायत स्तर पर लगायी गयी पानी टंकी से सप्लाइ भी बंद हो चुकी है. इलाके में एहतियातन बिजली सप्लाइ काट दी गयी है. आने-जाने के लिए नाव एकमात्र सहारा है, लेकिन सरकारी स्तर पर नाव का इंतजाम नहीं किया गया है. मुंगरहा के बाढ़पीड़ित सुनैना देवी, अच्छेलाल यादव, उपसरपंच टुनटुन का कहना है एक नाव जादोपुर थाना स्तर पर मिला है, जिसे थाना में जमा करने के लिए कर्मचारी दबाव बना रहे हैं. बाढ़ग्रस्त इलाके में डीएम या बीडीओ-सीओ तक हालात का जायजा लेने नहीं पहुंच रहे हैं. इससे बाढ़पीड़ितों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है. पीड़ितों का कहना है कि हर साल बाढ़ आती है और छह प्रखंडों के निचले इलाके में बसे गांवों में तबाही मचाती है. सरकार और प्रशासन के स्तर पर बाढ़ से स्थायी निदान के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाया जाता है. मांझा संवाददाता के अनुसार गंडक नदी का जल स्तर बढ़ने से एक बार फिर प्रखंड के दियारा इलाके के निचले इलाकों में बसे लोगों के घरों में नदी कि पानी प्रवेश करने लगा है. घरों व गांवों में पानी प्रवेश करने से लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. नाव के सहारे लोग गांव से बाहर निकल रहे हैं. वाल्मीकिनगर बराज से शनिवार को करीब सवा दो लाख से अधिक पानी का डिस्चार्ज लेवल बढ़ने से तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है. इसके कारण रविवार को प्रखंड के गौसिया पंचायत के बेसिक स्कूल , गौसिया उपस्वास्थ्य केंद्र, निमुईया पंचायत के माघी मुगराहा, केरवनिया टोला, विशुनपुर, महंत रावत के टोला, गौसिया पंचायत के वृटिटोला ,बलुआ टोला, पुरैना पंचायत के इसा पुर आदि गांव के लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है. सड़क, खेत में लगी फसल सब पानी में डूब गया है. पूछे जाने पर सीओ मुन्ना कुमार ने बताया कि नदी का पानी आज से घट रहा है.

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