संवाददाता, पटना घर का कामकाज करने के साथ ही बिहार की लड़कियां अपने आप को रोजगारपरक विधाओं में दक्ष भी बना रही हैं. खासतौर पर कंप्यूटर और अंग्रेजी सीखने में बिहार की लड़कियां लड़कों से अधिक दिलचस्पी ले रही हैं. यही कारण है कि राज्य के दर्जनभर जिले में लड़कों से अधिक लड़कियों ने कौशल विकास का प्रशिक्षण हासिल किया है. राज्य में अभी तक आठ लाख 44 हजार 924 लड़के और उनसे कुछ ही कम सात लाख 80 हजार 206 लड़कियों ने कौशल विकास का प्रशिक्षण हासिल किया है. श्रम संसाधन विभाग की ओर से राज्य के युवाओं का कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कुशल युवा कार्यक्रम के तहत राज्यभर में 1688 कौशल विकास केंद्र खुले हुए हैं. इनमें से 1679 केंद्र सक्रिय हैं. प्रत्येक केंद्र को अधिकतम 120 सीटों पर नामांकन लेना है. कुल 240 घंटे के प्रशिक्षण में भाषा (हिंदी/अंग्रेजी) एवं संवाद कौशल 80 घंटे, बुनियादी कंप्यूटर ज्ञान 120 घंटे एवं व्यवहार कौशल का प्रशिक्षण 40 घंटे का होता है. केंद्र में 15 से 28 वर्ष (अनुसूचित जाति/ जनजाति एवं दिव्यांग के लिए अतिरिक्त 5 वर्ष तथा पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के लिए 3 वर्ष अतिरिक्त) के दसवीं उतीर्ण युवाओं को संवाद कौशल, हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा का ज्ञान, व्यवहार कौशल तथा कंप्यूटर का मूलभूत प्रशिक्षण दिया जाता है. फिलहाल इन केंद्रों में अब तक 31 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया गया है. इसमें से 17 लाख 97 हजार 729 को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. एक लाख आठ हजार 78 अभी प्रशिक्षण ले रहे हैं. बांका में 9441 लड़के और 11 हजार 829 लड़कियों ने प्रशिक्षण हासिल किया है. भागलपुर में 20 हजार 981 लड़के और 22 हजार 105 लड़कियां, दरभंगा में 16 हजार 881 लड़के और 19 हजार से अधिक लड़कियों ने प्रशिक्षण लिया.
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