Bihar News: मथुरा में रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी के सामने आकर आत्महत्या करने वाली मुजफ्फरपुर शहर की तीन बच्चियों माही, माया और गौरी के पिता का डीएनए टेस्ट के लिए मंगलवार को ब्लड सैंपल लिया जाएगा. इसको लेकर नगर थाने की पुलिस ने तैयारी पूरी कर ली है. एसकेएमसीएच के डॉक्टर तीनों मृत बच्चियों के पिता का ब्लड सैंपल लेंगे. इसे आइस बॉक्स में रखा जाएगा. फिर ब्लड सैंपल और तीनों बच्चियों के शव के अवशेष को एफएसएल जांच के लिए पटना भेजा जाएगा.
शव सड़ने के कारण सही से नहीं हो सकी पहचान
केस के आइओ दारोगा मोहन कुमार ने तीनों बच्चियों के पिता से संपर्क करके उनको दस बजे एसकेएमसीएच में पहुंचने की बात कही है. डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही परिजनों को यह संतुष्टि होगी की मथुरा में रेलवे ट्रैक पर मरने वाली तीनों बच्चियां उनकी बेटी थी या नहीं. क्योंकि, मथुरा में जब रेलवे ट्रैक पर बच्ची की मौत हुई थी. उसके चार दिन बाद परिजन मथुरा पहुंचे थे. तब तक शव की स्थिति काफी बिगड़ चुकी थी. शव को सड़ने के कारण सही से पहचान नहीं की जा रही थी. परिजन कपड़े व हाथ पर लगाए मेहंदी से उनकी पहचान की थी. इसके बाद तीनों बच्चियों के परिजनों ने डीएनए जांच की मांग पुलिस से की थी.
13 मई को घर से तीनों हो गई थी गायब
जानकारी है कि, शहर के योगियामठ की रहने वाली माया व गौड़ी व अखाड़ाघाट की माही तीनों बीते 13 मई को अचानक घर से गायब हो जाती है. इसके दस दिन बाद मथुरा में रेलवे ट्रैक पर तीन बच्चियों का शव मिलता है. एक बच्ची के पहने शर्ट में मुजफ्फरपुर के एक टेलर मास्टर का नाम लिखा होता है. इसके आधार पर नगर थाने की पुलिस से संपर्क किया जाता है. बच्ची की मौत के तीन दिन बाद उनको जानकारी मिलती है. इसके बाद परिजन पुलिस के साथ मथुरा जाकर तीनों शव की पहचान करते हैं.
पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आयी थी कि तीनों बच्चियां भक्ति भाव से प्रभावित थी. उनके द्वारा घर पर छोड़े गए पत्र में भी हिमालय पर जाने की बात लिखी गयी थी. पुलिस ने माही, माया व गाैड़ी के घर से कुछ कांपिया भी जब्त की थी. माही के घर से मिली कॉपियां में यह बात सामने आयी थी कि वह स्पिरिचुअल दुनिया में जीती थी. उसकी मां बचपन में ही चल बसी थी. उससे वह बातचीत करती थी.उसको अपनी कॉपी में भी लिखी थी.