भभुआ सदर. अपने 17 सूत्री मांगों को लेकर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय भभुआ से संबंधित कैमूर व बक्सर जिले की 91 बैंक शाखाओं के अफसर व कर्मी सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल पर चले गये. इस दौरान जिले में बैंक की सभी शाखाओं पर ताला लटका रहा. हड़ताल के पहले दिन अपने 17 सूत्री मांगों को मनवाने और प्रबंधन के अधिकारी, कर्मचारी विरोधी रवैये को लेकर हड़ताल पर गये. बैंककर्मियों ने डीबीजीबी के भभुआ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया और मांगों के समर्थन में नारे लगाये. दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की 91 शाखाओं में हड़ताल के चलते ताला लटके रहने से लगभग 50 करोड़ के नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है. हड़ताल के संबंध में धरने का नेतृत्व कर रहे ऑफिसर्स फेडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी कुमार ट्विंकल ने बताया कि उनलोगों की बैंक प्रबंधन से प्रमुख रूप से भ्रष्ट प्रबंधन वाली स्थिति की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, प्रवर्तक बैंक के समान सभी लाभों को यथाशीघ्र लागू करने, प्रमोशन के अंकों को अलग कर अंकों को प्रकाशित करने सहित 17 अन्य मांगें शामिल हैं. कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर 28 व 29 जून को सारे डीबीजीबी कर्मियों ने काला बिल्ला लगा प्रधान कार्यालय पटना के समक्ष धरना देकर विरोध दर्ज कराया था, लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई भी सकारात्मक पहल नहीं होने के चलते बाध्य होकर सभी अधिकारी व कर्मी दो दिवसीय हड़ताल करने को मजबूर हुए. अगर आगे भी उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो बैंक के अफसर व कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे. इधर, सोमवार से डीबीजीबी के जिले में और बक्सर में स्थित सभी शाखाओं के बंद रहने से पहले ही दिन लगभग 50 करोड़ के नुकसान होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. सोमवार को सांकेतिक हड़ताल और क्षेत्रीय कार्यालय भभुआ के समक्ष आयोजित धरना-प्रदर्शन के दौरान कुमार सौरभ, दीपक शर्मा, धनंजय कुमार, अभिषेक गौरव, जितेंद्र शर्मा, लव कुमार, रोहित कुमार, विशाल कुमार, शैलेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है