आरा.
बिहिया थाना क्षेत्र के बिहिया चौरस्ता स्थित ओवरब्रिज के नीचे रविवार की शाम अज्ञात वाहन ने बाजार से घर वापस लौट रहे बुजुर्ग को जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में उनकी मौत हो गयी. इलाज के दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में उन्होंने दम तोड़ दिया. घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी का आलम रहा. जानकारी के अनुसार मृत बुजुर्ग बिहिया थाना क्षेत्र के तेघरा गांव वार्ड नंबर तीन निवासी सागर तुरहा है एवं वह पेशे से किसान थे. इधर मृतक के बेटे शिवजी प्रसाद ने बताया कि रविवार की शाम वह अपने गांव से बिहिया चौरस्ता बाजार पर चाय पीने के लिए गये थे. चाय पीने के बाद जब वह घर वापस लौट रहे थे. उसी दौरान चौरस्ता स्थित ओवरब्रिज के नीचे पीछे से आ रहे अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी. सूचना पाकर परिजन वहां पहुंचे और उन्हें इलाज के लिए पहले बिहिया चौरस्ता स्थित निजी अस्पताल ले गये. इसके बाद वहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें आरा सदर अस्पताल ले आए, जहां इलाज के दौरान रविवार की देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया. इसके पश्चात परिजन द्वारा इसकी सूचना बिहिया थाना पुलिस को दी. सूचना पाकर पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव का पोस्टमार्टम करवाया. बताया जाता है कि मृतक अपने दो भाई व एक बहन में बड़े थे. उनके परिवार में पत्नी दो पुत्री फूलसुंदर देवी,दुर्गावती देवी व दो पुत्र शिवजी प्रसाद एवं वीर बहादुर प्रसाद है. घटना के बाद पत्नी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है. सड़क हादसे में जख्मी बुजुर्ग पुजारी की मौत : आरा. सड़क हादसे में जख्मी बुजुर्ग पुजारी की मौत हो गयी. इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान उन्होंने रविवार की शाम दम तोड़ दिया. घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी आलम रहा. जानकारी के अनुसार मृतक नारायणपुर थाना क्षेत्र के कुर्मीचक निवासी हरी नंदन मिश्रा के 69 वर्षीय पुत्र अशोक मिश्रा हैं. वह पेशे से पुजारी थे एवं हर जगह जाकर पूजा-पाठ कराते थे. घटना के संबंध में बताया जाता है कि रविवार की दोपहर वह अपने गांव से स्कूटी पर सवार होकर पटना जिला के बिहटा थाना क्षेत्र के बंडोल गांव पूजा करने जा रहे थे. इस दौरान सकड्डी-नासरीगंज मुख मार्ग पर संदेश थाना क्षेत्र के बचरी गांव के समीप पीछे से आ रहे बेलगाम ट्रक ने उन्हें रौंद दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इसके बाद परिजन द्वारा उन्हें इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया था, जहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद उनकी हालत को चिंताजनक देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया था, जिसके बाद परिजन उन्हें इलाज के लिए पटना ले ही जा रहे थे, तभी उन्होंने धरहरा के समीप रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजन उन्हें वापस सदर अस्पताल ले आए. इसके पश्चात परिजन अपनी स्वेच्छा से शव का बिना पोस्टमार्टम कराए ही वापस गांव ले गए. बताया जाता है कि मृतक अपने पांच भाई व एक बहन में चौथे स्थान पर थे. उन्होंने शादी नहीं की थी और अपने भाई एवं भतीजे के साथ ही रहते थे. घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है. घटी इस घटना के बाद मृतक के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है