बोकारो. वाईएमसीए बोकारो ने सोमवार को सदर अस्पताल में 26 यूनिट रक्तदान किया. मौका था एचपीसीएल के गोल्डेन जुबली का. वाईएमसीए बोकारो व एचपीसीएल के संयुक्त तत्वावधान में शिविर लगा. वाईएमसीए बोकारो के अध्यक्ष अर्पण मधई बेक ने कहा कि रक्त का कोई धर्म या जाति नहीं होती. रक्तदान से आपसी प्रेम व सद्भावना बढ़ती है. रक्तदान करने से दूसरों की जान बचायी जा सकती है. रक्तदान से बढ़कर कोई दूसरा दान नहीं है. इसलिये सभी को रक्तदान करना चाहिये. श्री बेक ने कहा कि प्रतिदिन सड़क पर काफी दुर्घटनाएं होती हैं. इनमें घायल व्यक्तियों के लिए व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए काफी रक्त की आवश्यकता होती है. कुछ लोग समय पर रक्त नहीं मिलने के कारण मर जाते हैं. क्योंकि, रक्त का काम केवल रक्त ही कर सकता है. इसलिए कभी भी रक्तदान का मौका नहीं छोड़ना चाहिए. माैके पर एचपीसीएल के सेल्स ऑफिसर युवराज सिंह, मनीष कुमार सिंह, वाईएमसीए बोकारो के महासचिव नीरज कुमार, मुख्य काउंसलेर डॉ. उदय कुगार व एलिन बीना लकड़ा सहित रतन गुरूंग, दीपक दास, लखिन्दर रजवार, सुभाष तिर्की, शाति गुरूंग, संगीता कुमारी, करम सिंह, पूर्ति उपस्थित थे.
हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कर्मियों ने किया 20 यूनिट रक्तदान
बोकारो. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ( एचपीसीएल ) के 50वां स्थापना दिवस के पर बोकारो जनरल अस्पताल के ब्लड बैंक व हिन्दुस्तान पेट्रोलियम बोकारो डिपो बालीडीह के संयुक्त तत्वाधान में बालीडीह स्थित हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के प्रांगण में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. एचपीसीएल के कर्मचारियों ने 20 यूनिट रक्त का रक्तदान किया. शिविर का उद्देश्य थैलेसीमिया के मरीजों को रक्त मुहैया कराना व रक्त के कमी से लोगों की जान न जाये, इसलिए लोगों के बीच जागरूकता फैलाना था. बोकारो जनरल अस्पताल के ब्लड बैंक के डॉ. सुरेंद्र कुमार, झारखंड सरकार की काउंसर कविता कुमार, बीजीएच ब्लड बैंक के रजिता एक्का, रेशमा, मनीष पैट्रिक, महेंद्र प्रसाद, सौरव, विभूतिका व कौशल उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है