हुगली. आठवें दिन अपनी मौसी के घर में रहने के बाद साेमवार को नौवें दिन प्रभु जगन्नाथ उल्टा रथ पर सवार होकर महेश जगन्नाथ श्रीधाम लौटे. मौसी के घर के मंदिर में सुबह से ही पूजा पाठ जारी रहा. आज के दिन भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देते हैं. उल्टा रथ पर बैठकर दर्शन करने की महिमा है कि यह रथ दक्षिण की ओर खींचा जाता है और प्रभु जगन्नाथ दक्षिण काली रूप रथ के ऊपर विराजमान होते हैं.
महेश के पुरोहित पियाल अधिकारी ने कहा, 628वां रथोत्सव पर 53 साल बाद मोक्ष योग बना है, यदि आप जगन्नाथ जी की रथ की रस्सी छू लेंगे तो आपको मोक्ष मिल जायेगा, इसलिए सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा.
दोपहर 2.30 बजे के बाद सुभद्रा, बलराम, जगन्नाथ बारी-बारी से रथ पर सवार हुए और फिर अपने घर के लिए प्रस्थान किये. इस अवसर पर मंत्री अरूप विश्वास, मंत्री सुमित बसु सहित प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे.
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