सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य होने के बाद राजधानी के आधार सेंटरों पर अभिभावक और बच्चों की भीड़ बढ़ गयी है. डाक विभाग ने पटना व आसपास के इलाके के 66 डाकघरों में आधार सेंटर खोले हैं, लेकिन इनमें से 40 फीसदी से अधिक आधार सेंटर महीनों से बंद हैं. एक डाकघर के कर्मचारी दूसरे में जाने को कह रहे हैं. पटना साहिब में 21, पटना डिविजन में 41 व पटना जीपीओ में चार आधार सेंटर हैं. डाकघर में संचालित आधार सेंटर की हकीकत जानने के लिए प्रभात खबर की टीम ने प्रमुख डाकघरों का दौरा किया. रिपोर्ट : सुबोध कुमार नंदनपाटलिपुत्र डाकघर पहुंचने पर पता चला कि यहां आधार सेंटर पिछले एक माह से बंद है. इसके कारण हर दिन दर्जनों अभिभावक और बच्चों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है. कुर्जी से एक महिला अपने दो बच्चों के साथ डाकघर पहुंचीं, तो कर्मचारियों ने बताया कि फिलहाल यहां आधार कार्ड का कोई काम नहीं हो रहा है. इसलिए आप पटना जीपीओ चले जाइए, वहां आपका काम हो जायेगा. यहां तैनात कर्मचारियों ने बताया कि आधार बनाने वाले कर्मचारी का तबादला दानापुर हो गया है, तब से यहां आधार का काम बंद है. पटना जीपीओ के आधार सेंटर हॉल में 70 से अधिक अभिभावक और बच्चे नया आधार कार्ड बनाने पहुंचे थे. यहां आधार को लेकर चार काउंटर बने हैं. चारों काउंटर पर बच्चों की भीड़ लगी थी. बड़ी संख्या में बच्चे अपनी बारी कर इंतजार कर रहे थे. कई अभिभावकों ने बताया कि दुबारा आया हूं, क्योंकि शनिवार को काफी भीड़ थी. इसलिए लौट गया था. अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो सप्ताह से सबसे अधिक भीड़ बच्चों की हो रही है. एक दिन में लगभग 150 बच्चों का ही आधार कार्ड बन पा रहा है. बीएसएनएल के ग्राहक सेवा केंद्र पर आधार कार्ड को लेकर एक काउंटर खुला था. यहां भी बच्चों की अच्छी भीड़ देखने को मिली. बच्चे बारी-बारी से अपना आधार कार्ड बनवा रहे थे. यहां तैनात कर्मचारी ने बताया कि एक दिन से 40- 50 नये आधार कार्ड बन पाते हैं. लोहिया नगर प्रधान डाकघर (कंकड़बाग) पहुंचने पर कर्मचारियों ने बताया कि यहां पिछले कई माह से आधार सेंटर बंद है. आधार काउंटर पर कोई नहीं है. लेकिन यहां के पोस्टमास्टर ने बताया कि आधार सेंटर बंद नहीं है. देखिए, यहां आधार कार्ड को लेकर बड़ा-सा बोर्ड लगा है. उनका दावा है कि दो-चार बच्चे ही आधार कार्ड बनाने आते हैं. मिली जानकारी के अनुसार एक कर्मचारी के जिम्मे दो काउंटर हैं. इसके कारण आधार का काम बंद ही रहता है.
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