पाकुड़. नौ सूत्री मांगों को लेकर झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के बैनर तले समाहरणालय लिपिक संवर्ग के कर्मियों ने मंगलवार को काला बिल्ला लगाकर अंचल कार्यालय के मुख्य द्वार पर सरकार के खिलाफ विरोध जताया. इस दौरान समाहरणालय लिपिक, कंप्यूटर ऑपरेटर, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी व संविदा पर कार्य कर रहे कर्मियों ने भाग लिया. मौके पर संघ के जिला अध्यक्ष रामविलास यादव ने बताया कि कर्मचारियों की मांग है कि निम्नवर्गीय लिपिक के ग्रेड वेतन को 1900 रुपये से बढ़ाकर 2400 रुपये किया जाए. इसके अलावा उच्चवर्गीय लिपिक का ग्रेड पे 4200 रुपये, प्रधान लिपिक का 4600 रुपये, कार्यालय अधीक्षक का 4800 रुपये, प्रशासीय अधिकारी का ग्रेड पे 5400 रुपये करने की मांग की जा रही है. इसके अलावा निम्न वर्गीय लिपिक से उच्च वर्गीय लिपिक की प्रोन्नति के लिए 8 वर्ष से घटाकर 4 वर्ष करने, निम्नवर्गीय शब्दों को हटाते हुए पदनाम में संशोधन करने, एमएसीपी की अवधि 10 वर्षों से घटाकर 8 वर्ष किए जाने, प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होने के लिए निर्धारित 4200 रुपये का ग्रेड पे वेतन तथा समय सीमा को समाप्त करने, लिपिक कर्मियों के लिए 50 सीट सुरक्षित रखने, कार्यकाल अधीक्षक एवं प्रशासकीय अधिकारी के कार्य एवं दायित्व को पुन: निर्धारित करने, कर्मियों की सेवानिवृत्ति उम्र 60 से बढ़ाकर 65 वर्ष करने समेत अन्य की मांग सरकार से की जा रही है. अपनी मांगों को लेकर कई बार सरकार को प्रतिनिधिमंडलों द्वारा अवगत कराया गया है. कहा कि मांग लंबे समय से की जा रही है. लेकिन सरकार हम लोगों के मांगों को दरकिनार कर रही है. इन सब चीजों को देखते हुए संघ के आह्वान पर काला बिल्ला लगाकर काम किया जा रहा है. बताया कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो 18 जुलाई को पूरे झारखंड राज्य के सभी कर्मी तीन घंटे के लिए दोपहर के दो बजे से लेकर 5 बजे तक कलमबंद हड़ताल पर रहेंगे. इसके बाद भी यदि मांग पूरी नहीं होती है तो संघ के आह्वान पर 22 जुलाई को अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएगा. मौके पर मजीद अंसारी, गोविंद पांडे, डालिया कंचना सरकार, ज्योति प्रकाश ज्योति, शांति किस्कू समेत अन्य मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है