संवाददाता, पटना
राज्य के 29 हजार सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से आठवीं के बच्चों को विज्ञान और गणित विषय की पढ़ाई रोचक अंदाज व सुगम तरीके से पढ़ायी जायेगी. इससे राज्य के 60 लाख विद्यार्थियों को क्लासरूम की पढ़ाई में रुचि बढ़ाने की कोशिश की जायेगी. एससीइआरटी ने मंगलवार को विज्ञान एवं गणित विषय के सिलेबस पर आधारित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम का शुभारंभ किया. यह कार्यक्रम न्यू एजुकेशन पॉलिसी द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश के अनुसार एससीइआरटी के मार्गदर्शन में मंत्रा फॉर चेंज तथा एजुकेशनल एवम ऑल के संयुक्त प्रयास से किया गया. इस कार्यक्रम में ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में राज्य के 25 हजार पदाधिकारी व शिक्षक शामिल हुए. कार्यक्रम का शुभारंभ एससीइआरटी के निदेशक सज्जन आर ने किया. इसके जरिये 21वीं सदी के कौशल जैसे आलोचनात्मक चिंतन, सहयोग, रचनात्मकता एवं संवाद कौशल को और भी बेहतर बनाने का प्रयास किया जायेगा. वहीं संस्थान की संयुक्त निदेशक डॉ रश्मि प्रभा ने कहा कि एससीइआरटी द्वारा विज्ञान एवं गणित शिक्षण को प्रभावी व सहज बनाने के उद्देश्य से कक्षा छह, सात और आठवीं के पुस्तकों में शीर्षक के अनुरूप प्रोजेक्ट तैयार किये गये हैं. नये सत्र 2024-25 की योजना के तहत प्रत्येक माह गणित व विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में कक्षा छह से आठवीं के लिए एक-एक माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट दीक्षा एप पर अपलोड किया जायेगा. इसके साथ ही प्रत्येक प्रोजेक्ट के तहत पांच दिनों की शैक्षणिक गतिविधियां भी तैयार की गयी हैं. कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ स्नेहाशीष दास, डॉ इम्तियाज आलम, विभा रानी सहित अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है