कटिहार. जिला संयुक्त कृषि भवन के सभागार में संचालित 10 दिवसीय जूट आधारित प्रशिक्षण के चौथे दिन ही एससी प्रशिक्षुओं ने जूट का बैग व फोल्डर बनाने की कला में पारंगत हो गये. 22 जुलाई तक प्रशिक्षण होना है, कोलकाता से आयीं दो मास्टर ट्रेनरों में ट्रेनर शोभा रोजारियों व मास्टर ट्रेनर पापिया दास ने बताया कि प्रशिक्षुओं में प्रशिक्षण को लेकर काफी उत्साह है. महज तीन दिन के प्रशिक्षण में ही जूट के कई तरह के सामान बनाने की कला को सीख लिया है. मास्टर ट्रेनरों ने बताया कि उनलोगों द्वारा कोलकाता से सामान उपलब्ध कराया गया है, जिसे प्रशिक्षुओं के बीच उपलब्ध कराकर उन्हें बनाने की कला से पारंगत किया जा रहा हे. कई तरह के सामानों में जूट का फोटो फेम, जूट की गणेशजी प्रतिमा, जूट का कलम स्टैंड, जूट बैग छोटा-बडा, जूट की चटाई, टेबल मैट, टिक पोस्टर आदि बनाने की कला को सिखाया जा रहा है. सभी एससी प्रशिक्षु मास्टर ट्रेनर के रूप में मजबूती से उभर सके व जूट से आसानी से सामग्रियां बनाकर बाजार में बेच सके जिससे वे लोग आत्मनिर्भर बन सकें. उनका कहना है कि सभी 40 एससी प्रशिक्षुओं को वैसे सामान बनाने के हूनर दिये जा रहे हैं जिससे आसान तरीके से बनाकर वे लोग समृद्ध हो सकें. इधर उपपरियोजना निदेशक आत्मा के शशिकांत झा का कहना है कि इसके अलावा दोनों महिला मास्टर ट्रेनरों द्वारा सभी चालीस एससी प्रशिक्षुओं को कई तरह के फोल्डर बनाने की सीख दी जा रही है, जिसमें जूट का ट्रेनिंग फोल्डर, लैपटाॅप बैग, पानी बोतल बैग, समेत कई वीआईपी फाइल, जूट का सेविंग किट, फूटमैट, वॉल डिजाइनर आदि शामिल हैं, उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण 22 जुलाई तक संचालित होना है.
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