कोलकाता.
मंगलवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राजभवन जाकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच कर वर्तमान हालात से राज्यपाल को अवगत कराया. चुनाव के बाद हो रही हिंसा के शिकार लोगों के साथ राजभवन पहुंचे शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि चुनाव में हिंदुओं को वोट देने से रोका गया. कई लोग अपना वोट ही नहीं दे पाये. उन्हें डराया- धमकाया गया. चुनाव के नतीजों के बाद लोगों को मारा-पीटा और डराया-धमकाया जा रहा है.राजभवन से निकलने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने संवाददाताओं से मुखातिब होते हुए कहा कि पहले लोकसभा चुनाव में और अब विधानसभा उपचुनाव में सभी बूथों पर गुडागर्दी की गयी. किसी भी योग्य वोटर को वोट नहीं देने दिया गया. मतदान केंद्रों पर तृणमूल के गुंडों ने अपने डमी नेताओं को बिठा दिया, जिससे कोई भी वास्तविक वोटर वोट ही नहीं दे पाया. सभी राजनीतिक पार्टियों में हिंदू वोटर हैं, लेकिन उन्हें डरा-धमका कर वोट ही नहीं देने दिया गया. शुभेंदु ने कहा : मैंने इन चार सीटों के उपचुनाव की रिपोर्ट निकलवायी है. अधिकांश बूथों पर अल्पसंख्यक प्रतिनिधियों को तैनात किया गया. यह बंगाल के वोट हैं या बंगलादेश के, समझ में नहीं आ रहा. बूथवाइस मतदान केंद्रों के नाम के साथ शुभेंदु ने कहा कि अनवर आलम, मोहम्मद रफीक, मुख्तार अली चौधरी, मुख्तार हुसैन, नजरुल इस्लाम, मोहम्मद अली जैसे कई अल्पसंख्यक एजेंटों को बूथ पर बैठाया गया.प्रिजाइडिंग ऑफिसर भी संदेह के घेरे में हैं. सभी के नाम निकाले जा रहे हैं. इस तरह चुनाव प्रणाली से गणतंत्र खतरे में पड़ गया है. इन सब गुंडो को राज्य पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है. रायंगज के भी प्रिजाइडिंग ऑफिसर का नाम मैं सामने लाऊंगा. सोशल मीडिया पर इस चुनाव में अपनाये गये अनैतिक हथकंड़ों का पर्दाफाश करूंगा. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने 2024 में चुनाव में जो ट्रेंड शुरू की है, इससे गणतंत्र खत्म हो जायेगा. इसे बचाना होगा. हिंदुओं को बचाना होगा. ध्यान रहे, हाल ही में रायगंज, बागदा, राणाघाट दक्षिण और मानिकतल्ला में हुए विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल ने जीत हासिल की. इस जीत को लेकर विपक्ष ने दावा किया है कि किसी भी वास्तविक वोटर को वोट देने ही नहीं दिया गया. विशेषकर हिंदू वोटरों को बूथ तक पहुंचने ही नहीं दिया गया. कैनिंग व डायमंड हार्बर में तृणमूल के गुंडों ने हिंदुओं को वोट देने से रोका और डराया-धमकाया. सभी तृणमूल के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं.
वोट न दे पाने की शिकायत के लिए शुरू किया पोर्टल
कोलकाता. भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने ऐसे मतदाताओं को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए एक पोर्टल शुरू किया है, जो लोकसभा चुनाव और हाल ही में हुए उपचुनावों के दौरान अपने मताधिकार का कथित तौर पर प्रयोग नहीं कर सके थे. शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि 10 जुलाई को चार क्षेत्रों में हुए विधानसभा उपचुनावों के दौरान हजारों मतदाता वोट नहीं डाल सके. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा : जैसा कि वादा किया गया था, मैंने एक पोर्टल शुरू किया है, जहां ऐसे मतदाता अपने नाम दर्ज कर सकते हैं, जिन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव और हाल ही में संपन्न विधानसभा उपचुनावों में मतदान करने की अनुमति नहीं दी गयी. भाजपा नेता ने चुनाव बाद हिंसा के कथित पीड़ितों द्वारा राजभवन के बाहर किये गये एक प्रदर्शन में घोषणा की थी कि उपचुनावों और लोकसभा चुनाव में अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने से वंचित 100 मतदाताओं को राज्यपाल आवास के सामने इकट्ठा किया जायेगा और वे ‘मतदान के दौरान तृणमूल कांग्रेस के आतंक और धमकी को उजागर करेंगे.’
आरोप हताशा को दर्शा रहे : तृणमूल
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने दावा किया कि ऐसे आरोप चुनाव में भाजपा की हार से हुई हताशा को दर्शाते हैं. घोष ने कहा : पश्चिम बंगाल के लोगों द्वारा बार-बार नकारे जाने के बाद शुभेंदु अधिकारी हताश हैं. उन्हें वास्तविकता का सामना करना चाहिए. 10 जुलाई को हुए विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सभी चार सीटें हार गयी थी. तृणमूल कांग्रेस ने इन सभी सीट पर जीत दर्ज की थी.
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