बोकारो. ठेका कर्मियों की लंबित मांगों को लेकर मंगलवार को सहायक श्रमायुक्त (केंद्रीय) धनबाद में त्रिपक्षीय वार्ता हुई. इसमें सहायक श्रमायुक्त राघवेन्द्र कुमार कुरियार, जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बीके चौधरी, हरेंद्र पासवान, जनता मजदूर सभा के अध्यक्ष साधु शरण गोप, एक्टू के महामंत्री देवदीप सिंह दिवाकर च प्रबंधन की ओर से सहायक महाप्रबंधक सैयद आरिफ हुसैन शामिल हुए. श्री चौधरी ने बताया कि वार्ता के दौरान बीएसएल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि ठेका कर्मियों की कई मांग एनजेसीएस के कार्य क्षेत्र में आता है. कारण, कई मांग को पूरा करना बोकारो स्टील के स्तर पर संभव नहीं है.
बीएसएल स्तर पर ठेका मजदूरों की कई समस्याओं का हुआ समाधान
सहायक श्रमायुक्त ने बीएसएल के जवाब का समर्थन करते हुए कहा कि बीएसएल स्तर पर ठेका कर्मियों की जो मांग पूरी हो सकती थी, वह पूरा कर दिया गया है. जैसे, शुगर, ब्लडप्रेशर में पहले 28 दिनों को जो समय था, उसे सात दिन कर दिया गया है. ईएसआई अस्पताल से पहले दवा नहीं मिलती थी, अब दवा दिया जा रहा है. दवा की उपलब्धता नहीं रहने पर रिम्बर्समेंट किया जा रहा है, बायोमीट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनेगी. मौखिक रूप से काम से हटा नहीं हटाया जायेगा. अब लिखित में मजदूर व बीएसएल प्रबंधन को काम से निकाले का कारण बताना होगा. यूनियन आरोप के सत्यता की जांच करेगी.ठेका मजदूरों को समान काम का समान वेतन सहित कई अन्य मांग
नन एनजेसीएस के संयोजक व जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बीके चौधरी ने कहा कि बोकारो में पुनः एनजेसीएस स्तर के मांगो को हासिल करने के लिए मजदूरों के बीच जाकर आंदोलन किया जायेगा. कहा : उत्पादन व मुनाफा में 90% योगदान ठेका कर्मियों का रहता है. श्री चौधरी ने ठेका मजदूरों को पुनः ओदोलन के लिए तैयार रहने का संदेश दिया. कहा कि ठेका कर्मियों को समान काम का समान वेतन, प्लांट मे किसी भी कारण से हुए मौत में जिस तरह इस्पातकर्मीं के आश्रित को नियोजन दिया जाता है, उसी तरह ठेका किर्मयों के आश्रित को भी नियोजन देने, इएल की तरह सीएल और आरएच देने आदि की मांग है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है