खेल संवाददाता, रांची
कहते हैं प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती है और रास्ता मिलते ही वो मंजिल तक पहुंच जाती है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है रांची के अनगड़ा के रहनेवाले पहलवान अपून कुमार ने. पिता किशोर महतो अनगड़ा में राजमिस्त्री का काम करते हैं और घर चलाते हैं, लेकिन उनके बेटे अनूप ने एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीत कर देश के साथ राज्य और अपने पिता व माता मोनिका देवी का मान बढ़ाया है.जेएसएसपीएस में निखरी प्रतिभा, जीता पदक
अनूप कुमार 2019 में जेएसएसपीएस में प्रशिक्षु के रूप में शामिल हुए थे. लगातार मेहतन और कोच बबलू कुमार की देखरेख में इन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय स्तर पर पदक भी जीते. वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा में पिछले दिनों आयोजित भारतीय कुश्ती टीम के ट्रायल में अनूप ने 38 किलोग्राम भार वर्ग में पहला स्थान हासिल कर भारतीय कुश्ती टीम में अपनी जगह पक्की की. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में रजत पदक जीता. इनको झारखंड राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष जीशान कमर, भोलानाथ सिंह, महासचिव रजनीश कुमार, जेएसएसपीएस के सीइओ जीके राठौर, मुकुल टोप्पो सहित अन्य ने बधाई दी.
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