धनबाद के युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के अवसर प्रदान करने को लेकर बीसीसीएल ने मंगलवार को दो महत्वपूर्ण मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है. पहला एमओयू बीसीसीएल ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) रांची के साथ किया है. इसके तहत 200 अभ्यर्थियों को प्लास्टिक इंजीनियरिंग की शिक्षा दी जायेगी. इसपर करीब 170 लाख रुपये खर्च होंगे, जिसका वहन बीसीसीएल द्वारा किया जायेगा. इस पहल का उद्देश्य प्लास्टिक इंजीनियरिंग के क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें उद्योगों में रोजगार के अवसर प्रदान करना है. जबकि दूसरा एमओयू बीसीसीएल ने सेंट्रल टूल रूम कोलकाता के साथ किया है. इसके तहत 75 अभ्यर्थियों को सीएनसी वेल्डिंग, मिलिंग, टर्निंग आदि कोर्सेज का प्रशिक्षण दिया जायेगा. एमओयू पर हस्ताक्षर के समय बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा कि क्षेत्र के युवाओं को उच्चतम गुणवत्ता की शिक्षा व प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार योग्य बनाना हमारी प्राथमिकता है. यह एमओयू युवा पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे कई युवाओं को अपने कैरियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर मिलेगा. बीसीसीएल का यह प्रयास उनके समाज के प्रति दायित्व (सीएसआर) और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मौके पर बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया, महाप्रबंधक विद्युत साहा, निलांजना चक्रवर्ती एवं उनकी टीम उपस्थित थी. वहीं सिपेट की ओर से डिप्टी डायरेक्टर और कोलकाता सेंट्रल टूल रूम की तरफ से सीनियर मैनेजर ट्रेनिंग अर्जुन विश्वास उपस्थित थे.
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