मुंगेर. योग नगरी मुंगेर में गुरु पूर्णिमा और चातुर्मास के अनुष्ठान 18 से 21 जुलाई तक होगा. जिसमें पद्मभूषण परमाचार्य परमहंस स्वामी निरंजनानन्द सरस्वती की उपस्थिति में हवन, भजन, कीर्तन और सत्संग होगा. स्वामी जी ने बताया कि हमें गुरु-तत्त्व के साथ अपने आध्यात्मिक सम्बन्ध को गहन और मजबूत बनाने की प्रेरणा देने आता है. इस शुभ दिन, गुरु की ऊर्जा का प्रवाह शिष्यों की ओर अनायास ही होता है और गुरु शिष्यों से हृदय की गहराइयों में भेंट करते हैं. संन्यास पीठ, मुंगेर में गुरु पूर्णिमा का प्रेरक महोत्सव तथा चातुर्मास अनुष्ठान सन् 2015 से आयोजित होते आये हैं. जिसके कार्यक्रम जनता को भारत की समृद्ध आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक परम्परा से जोड़ते रहे हैं, ताकि जीवन में सृजनात्मक एवं सकारात्मक संस्कारों की अभिव्यक्ति हो सके. चातुर्मास के दौरान संचालित सबेरे का सार्वजनिक योग प्रशिक्षण, तथा शाम का श्रावणी मन्त्र अनुष्ठान, मुंगेरवासियों के शारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ्य के लिए वरदान सिद्ध हुए हैं. इस वर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संन्यास पीठ, पादुका दर्शन में कार्यक्रम आयोजित किया गया है. गुरु पूर्णिमा के पूर्व 18 से 20 जुलाई तक दोपहर 3 से 5 बजे हवन, भजन, कीर्तन और सत्संग होंगे. जबकि 21 जुलाई, गुरु पूर्णिमा के दिन मन्त्र, स्तोत्रपाठ तथा भजन-कीर्तन के साथ गुरु पादुका पूजन सम्पन्न होगा. वहीं 22 जुलाई से चातुर्मास अनुष्ठान प्रारम्भ होगा, जिसके अन्तर्गत प्रतिदिन सुबह 7 से 8.30 बजे तक योग कक्षा, दोपहर 3 से 4 बजे तक रामचरितमानस का मास पारायण एवं श्रावणी मन्त्र साधना तथा 4 से 5 बजे तक स्वामी निरंजनानन्द जी का सत्संग होगा.
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