रांची. राजधानी के फुटपाथ दुकानदारों को व्यवस्थित करने के लिए रांची नगर निगम ने शहर में कई जगहों पर वेंडर मार्केट का निर्माण कराया है. इसमें फुटपाथ दुकानदारों को दुकानें भी आवंटित की गयी हैं. दुकान देते समय स्पष्ट कहा गया था कि अब वे फुटपाथ पर दुकान नहीं लगायेंगे. लेकिन, फुटपाथ दुकानदार अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं. कई दुकानदारों ने मार्केट में मिली दुकान पर अपने परिजनों को बैठा दिया और खुद फुटपाथ पर दुकान लगा रहे हैं. इधर, फुटपाथ पर दुकानें लगने से आये दिन लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है.
फुटपाथ दुकानदारों को लेकर हाइकोर्ट गंभीर
फुटपाथ दुकानदारों के पुनर्वास को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान हाइकोर्ट ने सख्त टिप्पणी की थी. हाइकोर्ट ने कहा था कि जब मार्केट में इन्हें दुकानें आवंटित कर दी गयी हैं, तो फिर सड़क पर दुकानें क्यों लग रही हैं. उन्हें शिफ्ट क्यों नहीं किया जा रहा है. ऐसे लोगों पर प्रशासन व निगम क्या कार्रवाई कर रहा है.
लालपुर मार्केट
डिस्टिलरी पुल के समीप वर्ष 2023 में 5.17 करोड़ की लागत से सब्जी मार्केट का निर्माण किया गया. इस मार्केट में मांस व मछली बेचने वाले दुकानदारों को दुकानें आवंटित की गयीं. इसके बावजूद आज भी सड़क किनारे खुलेआम मांस-मछली की दुकानें सज रही हैं. इसी मार्केट के ऊपर 79 लाख की लागत से शेड बनाया गया है. लेकिन, इसमें जाने के लिए सब्जी दुकानदार तैयार ही नहीं हैं.
अटल स्मृति वेंडर मार्केट
वर्ष 2018 में रांची नगर निगम ने कचहरी रोड में 44 करोड़ की लागत से अटल स्मृति वेंडर मार्केट का निर्माण कराया. मार्केट बनने के बाद कचहरी से लेकर सर्जना चौक तक फुटपाथ पर दुकान लगानेवाले सैकड़ों दुकानदारों को इसमें शिफ्ट किया गया. दुकानदारों को दुकान देने के बाद निगम ने इस सड़क को नो वेंडिंग जोन घोषित कर दिया. लेकिन, कुछ दिन बाद ही मार्केट के कई दुकानदारों ने अपने परिचितों को दुकान सौंप दिया और खुद फुटपाथ पर दुकान लगाने लगे. आज सर्जना चौक से लेकर कचहरी चौक तक एक लाइन से सड़क किनारे दुकानें लगती हैं.
नागाबाबा खटाल सब्जी मार्केट
11 करोड़ की लागत से रांची नगर निगम ने वर्ष 2022 में नागाबाबा खटाल में सब्जी मार्केट का निर्माण कराया. मार्केट में जाकिर हुसैन पार्क से लेकर न्यू मार्केट चौक तक सड़क किनारे दुकान लगानेवालों को दुकानें आवंटित की गयीं. लेकिन, दुकान लेने के बाद भी कई दुकानदार सड़क किनारे व मैकी रोड में फुटपाथ पर दुकान लगा रहे हैं.
मधुकम सब्जी मार्केट
चार करोड़ की लागत से बने मधुकम सब्जी मार्केट में सड़क किनारे दुकान लगाने वाले दुकानदारों को दुकानें आवंटित की गयीं. इस मार्केट के ग्राउंड फ्लोर में तो दुकानें लगती हैं. लेकिन, पहले तल पर एक भी दुकानदार दुकान नहीं लगाता है. अधिकतर दुकानदार आज भी सड़क पर ही दुकान लगा रहे हैं.
हरमू मार्केट
वर्ष 2014 में हरमू मार्केट का उदघाटन तत्कालीन मंत्री योगेंद्र साव ने किया था. इस मार्केट में 200 से अधिक दुकानें बनायी गयीं. दुकानदारों ने यहां दुकानें भी हासिल की. लेकिन, फिर से वे सड़क पर ही आ गये. आज यहां रात-दिन सड़क किनारे दुकानें लगी रहती हैं. नतीजा सड़क संकरी हो गयी और दिन भर रुक-रुक कर जाम लगता रहता है. मार्केट में दुकानें नहीं लगने के कारण शाम ढलते ही आवास बोर्ड के इस मार्केट में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगता है.
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